हरिद्वार (आर सी/ संदीप कुमार) बृहस्पतिवार को जिलाधिकारी कर्मेन्द्र सिंह की अध्यक्षता में कलेक्ट्रेट सभागार में आयोजित गंगा संरक्षण समिति की बैठक में गंगा की स्वच्छता और पर्यावरण संरक्षण को लेकर महत्वपूर्ण निर्देश जारी किए गए।
जिलाधिकारी ने कस्साबान नाले का समय-समय पर निरीक्षण करने के लिए मुख्य पशु चिकित्साधिकारी और पुलिस विभाग के अधिकारियों को शामिल करने के निर्देश दिए। उन्होंने प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड के प्रतिनिधियों की अनुपस्थिति पर कारण बताओ नोटिस जारी करने को कहा। इसके साथ ही, नमामि गंगे योजना के तहत पर्यावरण दिवस पर 1,84,000 पौधों के रोपण के लिए विभागों को पौधों की मांग प्रस्तुत करने का आदेश दिया।
बैठक में नगर निगम को घाटों की साफ-सफाई और दूधियाबंध चमगादड़ टापू, दक्षिण काली माता मंदिर क्षेत्र में अतिक्रमण हटाने के निर्देश दिए गए। इस माह नगर निगम ने अतिक्रमण के खिलाफ अभियान चलाकर 43 चालान किए, जिसके लिए जिलाधिकारी ने अभियान को और तेज करने को कहा।
जिलाधिकारी ने एचआरडीए को पुलों पर जाल लगाने का प्रस्ताव अगली बोर्ड बैठक में रखने और हर की पौड़ी क्षेत्र में चेंजिंग रूम की साफ-सफाई व मरम्मत के निर्देश दिए। भमगौड़ा कुंड और श्यामपुर श्मशान घाट की क्षतिग्रस्त लाइटों के रखरखाव के लिए उत्तराखंड सिंचाई विभाग को प्रस्ताव तैयार कर एफएमसीजी को सौंपने का आदेश दिया। इसके अतिरिक्त, 20 गंगा ग्राम सभाओं को चिह्नित कर पौधरोपण के निर्देश दिए गए।
जिलाधिकारी ने सभी विभागों को गंगा में किसी भी प्रकार की गंदगी को रोकने के लिए विशेष ध्यान देने को कहा। बैठक में गंगा सुरक्षा समिति के सदस्य शिखर पालीवाल, मनोज निशांत, जिला वनाधिकारी वैभव सिंह, सीओ अविनाश वर्मा, उप जिलाधिकारी जितेंद्र कुमार, प्रोजेक्ट मैनेजर मीनाक्षी मित्तल, एसडीओ सिंचाई यूपी हरिओम सिंह, नगर आपदा प्रबंधन अधिकारी मीरा रावत, जिला परियोजना अधिकारी सत्यदेव आर्य, एफएसओ कपिल देव सहित अन्य अधिकारी उपस्थित थे।