हरिद्वार (आर सी / संदीप कुमार) आईटीसी मिशन सुनहरा कल और बंधन संस्था के सहयोग से हरिद्वार के बहादराबाद विकासखंड में 50 जरूरतमंद महिलाओं को आत्मनिर्भर बनाने के लिए स्वरोजगार किट प्रदान की गई। यह पहल उन महिलाओं को आर्थिक रूप से सशक्त बनाने पर केंद्रित है जो अत्यंत गरीबी में जीवन बिता रही हैं।
इस कार्यक्रम का आयोजन जिला सभागार में किया गया, जहां जिलाधिकारी मयूर दीक्षित, जिला आपदा प्रबंधन अधिकारी मीरा रावत, और ग्रामोत्थान रीप परियोजना प्रबंधक डॉ. संजय सक्सेना ने मिलकर लाभार्थियों को किट वितरित की। इन किटों में सिलाई मशीन, कॉस्मेटिक सामग्री और किराना स्टोर का सामान शामिल था, ताकि महिलाएं अपना छोटा व्यवसाय शुरू कर सकें।
आईटीसी समर्थित संस्था बंधन कोनागर ने बताया कि अब तक 2,100 से अधिक अत्यंत गरीब महिलाओं को आजीविका बढ़ाने में मदद की जा चुकी है। इन महिलाओं में अधिकांश विधवा, दिव्यांग, अकेली या परित्यक्त महिलाएं हैं, या वे जिनके परिवार में कोई कमाने वाला पुरुष सदस्य नहीं है।
डॉ. संजय सक्सेना ने आईटीसी के इस प्रयास की सराहना करते हुए कहा कि रीप के अल्ट्रा पुअर मॉडल के माध्यम से महिलाओं को स्थायी आजीविका के अवसर मिल रहे हैं।
लाभार्थी रुकसाना (तेलीवाला) ने इस सहयोग के लिए आभार व्यक्त किया। उन्होंने कहा, “इस कार्यक्रम से मुझे स्वरोजगार का साधन मिला है। अब मैं अपने बच्चों की पढ़ाई जारी रख पाऊँगी।”
इस पहल में श्री भुवनेश्वरी महिला आश्रम, पीपीएचएफ, प्रथम, और लोकमित्र जैसी संस्थाओं ने भी सहयोग किया। इस अवसर पर आईटीसी लिमिटेड के मानव संसाधन प्रमुख मोहम्मद अल्ताफ हुसैन भी मौजूद थे। मिशन सुनहरा कल का यह प्रयास महिलाओं को आर्थिक रूप से मजबूत करने के साथ-साथ उन्हें समाज की मुख्यधारा में लाकर आत्मनिर्भरता और आत्मसम्मान की भावना को बढ़ावा दे रहा है।