बहादराबाद (आर सी / संदीप कुमार) नशे के खिलाफ पुलिस की मुहिम ने एक और सनसनीखेज कामयाबी हासिल की। चौकी हाजा के उपनिरीक्षक खेमेन्द्र गंगवार ने अपनी टीम के साथ मिलकर कोर कॉलेज के पास फ्लाई ओवर अंडरपास से 21 साल के अभिषेक को 4.19 ग्राम स्मैक के साथ रंगे हाथों धर दबोचा। यह कार्रवाई उस वक्त हुई, जब गश्त के दौरान अभिषेक पुलिस को देखकर फ्लाई ओवर की आड़ में छिपने की कोशिश कर रहा था।
शक ने पकड़वाया, मुठ्ठी में छिपी थी स्मैक
उप-निरीक्षक खेमेन्द्र गंगवार, कांस्टेबल बलवन्त सिंह, मदन पाल और अंकित कुमार के साथ शाम 7 बजे गश्त पर थे। कोर कॉलेज के पास अंडरपास में अभिषेक का संदिग्ध व्यवहार देखकर पुलिस ने तुरंत वाहन रोका और उसे दबोच लिया। पूछताछ में अभिषेक ने अपनी मुठ्ठी खोली, जिसमें पारदर्शी पन्नी में भूरी डलियाँ थीं, जो स्मैक निकली।
“साहब, ये मेरे पीने के लिए है!”
अभिषेक ने पुलिस को बताया कि वह ऋषिकुल का रहने वाला है और स्मैक जगजीतपुर के एक अज्ञात शख्स से लाया था। उसने कबूला कि वह कुछ स्मैक बेचता है और बाकी खुद इस्तेमाल करता है। हैरानी की बात ये कि अभिषेक एक साल तक नशा मुक्ति केंद्र में रह चुका है, लेकिन नशे की लत ने उसे फिर जकड़ लिया।
कानूनी शिकंजा और सख्त कार्रवाई
पुलिस ने NDPS एक्ट की धारा 50 के तहत तलाशी की पूरी प्रक्रिया अपनाई। अभिषेक की सहमति से तलाशी ली गई, जिसमें और कोई नशीला पदार्थ नहीं मिला। स्मैक को इलेक्ट्रॉनिक तराजू पर तौला गया, जो 4.19 ग्राम निकला। इसे सील कर थाने भेजा गया। अभिषेक को धारा 8/21 NDPS एक्ट के तहत गिरफ्तार कर लिया गया। आसपास के लोग गवाह बनने से कतराते रहे, लेकिन पुलिस ने वीडियो रिकॉर्डिंग और पारदर्शी कार्रवाई सुनिश्चित की।
पुलिस की सतर्कता की तारीफ
यह कार्रवाई हरिद्वार पुलिस की नशे के खिलाफ जीरो टॉलरेंस नीति का हिस्सा है। स्थानीय लोगों ने पुलिस की तत्परता की सराहना की, लेकिन साथ ही नशे की बढ़ती प्रवृत्ति पर चिंता भी जताई। अभिषेक को अब कोर्ट में पेश किया जाएगा, और पुलिस जगजीतपुर के उस रहस्यमय स्मैक सप्लायर की तलाश में जुट गई है।