रुड़की (आर सी/संदीप कुमार) शुक्रवार को पीपल्स पार्टी ऑफ इंडिया डेमोक्रेटिक की यूथ विंग के राष्ट्रीय अध्यक्ष इंजीनियर ललित कुमार के नेतृत्व में एपीस इंडिया लिमिटेड कंपनी के श्रमिकों ने पीपल्स सोशल एक्शन के बैनर तले न्यूनतम मजदूरी अधिनियम के तहत वेतन वृद्धि और श्रमिक सुविधाओं की मांग को लेकर दो दिन से धरना-प्रदर्शन किया। श्रम विभाग और फैक्ट्री प्रबंधन द्वारा मांगों पर ध्यान न देने के चलते, 6 जून को सैकड़ों श्रमिक एकजुट होकर उप जिला अधिकारी (एसडीएम) रुड़की के कार्यालय पहुंचे और जोरदार धरना दिया।शाम को एसडीएम से मुलाकात के दौरान इंजीनियर ललित कुमार ने श्रमिकों की समस्याओं को विस्तार से रखा। श्रमिकों का आरोप है कि कंपनी न्यूनतम मजदूरी अधिनियम, 1948 का पालन नहीं कर रही, जिसके तहत कुशल और अकुशल श्रमिकों को उचित वेतन और सुविधाएं सुनिश्चित की जानी चाहिए। एसडीएम ने त्वरित कार्रवाई करते हुए लेबर इंस्पेक्टर को निर्देश दिए। इसके बाद श्रमिकों ने श्रम विभाग के कार्यालय में लेबर इंस्पेक्टर से मुलाकात की, जहां उनकी मांगों को जायज ठहराते हुए कंपनी प्रबंधन को नोटिस जारी करने की चेतावनी दी गई। लेबर इंस्पेक्टर ने आश्वासन दिया कि जल्द ही नोटिस भेजकर समस्या का समाधान किया जाएगा और श्रमिकों से धरना दो दिन के लिए स्थगित करने का अनुरोध किया। इस दौरान इंजीनियर ललित कुमार ने श्रमिकों को संबोधित करते हुए चेतावनी दी कि यदि जल्द ही मांगें पूरी न हुईं, तो फैक्ट्री पर धरना-प्रदर्शन फिर से शुरू किया जाएगा। उन्होंने कहा, “हम श्रमिकों के हक के लिए अंत तक लड़ेंगे। न्यूनतम मजदूरी और सुविधाएं उनका अधिकार हैं, और इसे हर हाल में लागू करवाया जाएगा।”यह प्रदर्शन रुड़की में श्रमिकों की एकजुटता और उनके अधिकारों के लिए संघर्ष का प्रतीक बन गया है। श्रमिकों का कहना है कि वे अपने हक की लड़ाई में पीछे नहीं हटेंगे। इस घटना ने स्थानीय प्रशासन और कंपनियों को श्रम कानूनों के पालन के प्रति गंभीर होने का संदेश दिया है।