हरिद्वार (आर सी/संदीप कुमार) अंतरराष्ट्रीय योग दिवस के अवसर पर हरिद्वार में योग का मंत्र गूंज उठा। ऋषिकुल परिसर, प्रेम नगर आश्रम, गुरुकुल परिसर, अवधूत मंडल आश्रम और रुड़की के माही पैलेस में “एक पृथ्वी, एक स्वास्थ्य के लिए योग” थीम पर भव्य योग कार्यक्रम आयोजित हुए। हजारों लोगों ने सूर्य नमस्कार, प्राणायाम और ध्यान साधना में हिस्सा लिया, जिसका आयोजन आयुर्वेदिक एवं यूनानी सेवाएं विभाग उत्तराखंड और राष्ट्रीय आयुष मिशन, हरिद्वार के समन्वय से किया गया।
ऋषिकुल परिसर में योग का उत्साह
ऋषिकुल परिसर में मुख्य अतिथि विधायक मदन कौशिक ने कहा, “प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने योग को वैश्विक मंच पर प्रतिष्ठित कर हर नागरिक के मन में जगह दी है। यह हमारी जड़ों का पुनर्जागरण है।” कार्यक्रम में स्वामी अनंतानंद जी महाराज, योगाचार्य डॉ. प्रदीप खेर, जगदीश महाराज, विकास तिवारी, प्रो. (डॉ) डीसी सिंह और डॉ. अवनीश उपाध्याय उपस्थित रहे।
प्रेम नगर आश्रम में चेतना जागरण पर जोर
प्रेम नगर आश्रम में महामंडलेश्वर आदि योगी पुरी जी महाराज ने कहा, “योग केवल व्यायाम नहीं, चेतना जागरण की प्रक्रिया है, जो विश्व को स्वास्थ्य और शांति का मार्ग दिखा रही है।” कार्यक्रम में हरि संतोषानंद, डॉ. अनुपम जग्गा, राजेंद्र प्रसाद, आशुतोष भंडारी, मीरा रावत, एसडीएम लक्सर और हरिद्वार के अधिकारियों ने योग के महत्व को रेखांकित किया। डॉ. संजय चतुर्वेदी और डॉ. स्वास्तिक सुरेश ने कार्यक्रम का संचालन किया। यहां 200 से अधिक लोगों ने योगाभ्यास किया।
रुड़की में आत्मशक्ति पर बल
रुड़की के माही पैलेस में विधायक प्रदीप बत्रा ने कहा, “योग आत्मशक्ति, आत्मनियंत्रण और आत्मविश्वास को बढ़ाता है। प्रधानमंत्री ने इसे राष्ट्र निर्माण से जोड़ा है।” श्यामवीर सैनी, राकेश गिरी, किरण चौधरी और मयंक गुप्ता की उपस्थिति में 300 से अधिक लोगों ने योग किया।
गुरुकुल परिसर में परंपरा और योग का संगम
गुरुकुल परिसर में विधायक आदेश चौहान ने योग शिविर का शुभारंभ किया और गुरुकुल परंपरा की ऐतिहासिक भूमिका को रेखांकित किया। डॉ. सुभाष नायक, डॉ. गिरिराज प्रसाद गर्ग, डॉ. विकास जैन और डॉ. कपिल गुप्ता की मौजूदगी में 150 से अधिक लोगों ने योगाभ्यास किया।
अवधूत मंडल आश्रम में ध्यान और जप पर जोर
अवधूत मंडल आश्रम में डॉ. उर्मिला और डॉ. घनेंद्र वशिष्ठ के सान्निध्य में योग शिविर आयोजित हुआ, जहां ध्यान, जप और स्व-मूल्यांकन पर विशेष बल दिया गया। डॉ. सोरमी सोनकर और डॉ. सौम्या बाजपेई की उपस्थिति में 119 लोगों ने योगाभ्यास किया।
इन आयोजनों में जनप्रतिनिधियों, प्रशासनिक अधिकारियों, संत समाज, शिक्षाविदों और सामाजिक कार्यकर्ताओं की सक्रिय भागीदारी ने योग दिवस को और विशेष बना दिया।