हरिद्वार(आर सी/ संदीप कुमार) वन विभाग की टीम ने मंगलवार को एक गुप्त सूचना के आधार पर रुड़की तहसील के खंजरपुर गांव में एक अवैध सर्प विष संग्रहण केंद्र का भंडाफोड़ किया। मौके पर की गई छापेमारी के दौरान केंद्र से 70 कोबरा और 16 रसल वाइपर सहित कुल 86 संरक्षित प्रजाति के सांपों को जब्त किया गया है।
मुख्य वन्यजीव प्रतिपालक, उत्तराखंड, देहरादून के कार्यालय से पूर्व में इस केंद्र के मालिक, नितिन कुमार, को ग्राम बिशनपुर ज्वालापुर, जिला हरिद्वार में प्राणरक्षक औषधियों के विनिर्माण के लिए एक वर्ष की सशर्त अनुमति दी गई थी, जिसकी वैधता दिसंबर 2023 में ही समाप्त हो चुकी थी। वर्तमान में उनके पास सर्प या विष संग्रहण के लिए कोई वैध अनुमति नहीं थी।
छापेमारी के समय केंद्र के मालिक नितिन कुमार के प्रतिनिधि विष्णु वहां मौजूद थे। वन विभाग के अधिकारियों के अनुसार, ये सभी सांप भारतीय वन्यजीव संरक्षण अधिनियम 1972 (यथासंशोधित 2022) की अनुसूची-1 के तहत संरक्षित प्रजाति में आते हैं।
वन विभाग ने जब्त किए गए सांपों को अपने कब्जे में ले लिया है और वन्यजीव संरक्षण अधिनियम 1972 की संबंधित धाराओं के तहत आगे की कानूनी कार्रवाई शुरू कर दी गई है।
इस कार्रवाई में हरिद्वार वन प्रभाग से उप प्रभागीय वनाधिकारी रुड़की, सुनील बलूनी, वन क्षेत्राधिकारी रुड़की, विनय राठी और सुरक्षा बल की टीम के साथ राजाजी टाइगर रिजर्व से उप निदेशक अजय लिंगवाल और पीपुल फॉर एनिमल्स संस्था के प्रतिनिधि भी शामिल थे।