देहरादून (आर सी/ संदीप कुमार) प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने उत्तराखंड में प्राकृतिक आपदा से हुए नुकसान का जायजा लेने के लिए जौलीग्रांट हवाई अड्डे पर आपदा राहत कार्यों की गहन समीक्षा की। इस दौरान उन्होंने राज्यपाल गुरमीत सिंह, मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी, केंद्रीय राज्य मंत्री अजय टम्टा और राज्य के सांसदों सहित वरिष्ठ अधिकारियों के साथ बैठक की।

प्रमुख घोषणाएं और चर्चा:
* आर्थिक सहायता: प्रधानमंत्री ने उत्तराखंड में बाढ़ और बारिश से प्रभावित क्षेत्रों के लिए ₹1200 करोड़ की वित्तीय सहायता की घोषणा की। इसके अतिरिक्त, मृतकों के परिजनों को ₹2 लाख और घायलों को ₹50,000 की अनुग्रह राशि देने का भी ऐलान किया गया।
* बच्चों के लिए मदद: हाल की आपदा में अनाथ हुए बच्चों को पीएम केयर्स फॉर चिल्ड्रन योजना के तहत व्यापक सहायता प्रदान की जाएगी।
* राहत और बचाव कार्य: प्रधानमंत्री ने एनडीआरएफ, एसडीआरएफ और ‘आपदा मित्र’ स्वयंसेवकों के प्रयासों की सराहना की। उन्होंने धराली और थराली सहित अन्य आपदा प्रभावित क्षेत्रों में चल रहे राहत एवं बचाव अभियानों की भी प्रशंसा की।
* प्रभावितों से मुलाकात: प्रधानमंत्री ने आपदा प्रभावित परिवारों से मिलकर संवेदना व्यक्त की और उन्हें हर संभव मदद का आश्वासन दिया।
केंद्र सरकार का सहयोग: उन्होंने प्रभावित क्षेत्रों में बुनियादी सुविधाओं की बहाली और पुनर्निर्माण के लिए केंद्र सरकार की ओर से पूर्ण समर्थन का आश्वासन दिया।
मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने बैठक में राज्य में हुए नुकसान और चल रहे राहत कार्यों की जानकारी दी। उन्होंने कहा कि केंद्र सरकार के संगठनों के भरपूर सहयोग से प्रभावितों तक त्वरित और समुचित राहत पहुंचाना संभव हो सका है।
इस बैठक में सांसद महेंद्र भट्ट, अजय भट्ट, त्रिवेंद्र सिंह रावत, अनिल बलूनी, माला राज्य लक्ष्मी शाह, नरेश बंसल और कल्पना सैनी सहित कई वरिष्ठ अधिकारी मौजूद रहे।
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