हरिद्वार(आरसी / संदीप कुमार) एनजीटी (राष्ट्रीय हरित अधिकरण) के विशेषज्ञ सदस्य डॉ. अफरोज अहमद ने हरिद्वार के अधिकारियों को गंगा और उसकी सहायक नदियों को स्वच्छ रखने के लिए सामुदायिक रेडियो (Community Radio) के माध्यम से जागरूकता फैलाने का सुझाव दिया है। उन्होंने कहा कि धर्मगुरुओं और पर्यावरण विशेषज्ञों को इसमें शामिल किया जाए ताकि लोग नदियों के धार्मिक महत्व को समझें और उन्हें साफ रखने की दिशा में काम करें।
पर्यावरण प्रबंधन योजना की समीक्षा
डॉ. अहमद ने एचआरडीए सभागार में जिलाधिकारी मयूर दीक्षित और अन्य अधिकारियों के साथ जिला पर्यावरण प्रबंधन योजना की समीक्षा बैठक की। बैठक में उन्होंने ठोस अपशिष्ट प्रबंधन, प्लास्टिक उन्मूलन, सीवरेज प्रबंधन और औद्योगिक प्रदूषण नियंत्रण के लिए किए जा रहे कामों का जायजा लिया।
ठोस अपशिष्ट को नदियों में जाने से रोकें
डॉ. अहमद ने अधिकारियों को सख्त निर्देश दिए कि किसी भी हाल में ठोस कचरा गंगा नदी में नहीं जाना चाहिए। उन्होंने ऐसे संवेदनशील स्थानों पर निगरानी के लिए सीसीटीवी कैमरे लगाने का भी निर्देश दिया। उन्होंने यह भी कहा कि औद्योगिक इकाइयों और मिलों से निकलने वाले ठोस अपशिष्ट और केमिकल युक्त पानी को सीधे नदी में जाने से रोका जाए।
जिला प्रशासन के प्रयासों की सराहना
डॉ. अफरोज अहमद ने पर्यावरण संरक्षण के लिए हरिद्वार जिला प्रशासन द्वारा किए जा रहे प्रयासों की सराहना की और उन्हें बधाई दी। जिलाधिकारी मयूर दीक्षित ने डॉ. अहमद का स्वागत किया और उन्हें आश्वस्त किया कि बैठक में दिए गए सभी निर्देशों और सुझावों पर तत्काल कार्रवाई की जाएगी।
इस बैठक में मुख्य नगर आयुक्त नंदन कुमार, मुख्य विकास अधिकारी आकांक्षा कोंडे, डीएफओ स्वप्निल अनिरुद्ध और अन्य संबंधित अधिकारी भी मौजूद थे।
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