धनौरी (आरसी / संदीप कुमार) धनौरी पी.जी. कॉलेज के ड्राइंग एंड पेंटिंग और गणित विभागों के छात्र-छात्राओं के लिए बुधवार को एक दिवसीय शैक्षणिक भ्रमण का सफलतापूर्वक आयोजन किया गया। छात्रों को शैक्षिक ज्ञान के साथ-साथ समृद्ध सांस्कृतिक और ऐतिहासिक अनुभव प्रदान करने के उद्देश्य से यह ऐतिहासिक भ्रमण हस्तिनापुर के लिए रवाना हुआ, जो प्राचीन भारतीय इतिहास और कला का एक प्रमुख केंद्र है।
हस्तिनापुर पहुंचकर, छात्रों ने वहाँ के ऐतिहासिक स्थलों, मंदिरों और पुरातात्विक महत्व के स्थानों का गहन अवलोकन किया। ड्राइंग एंड पेंटिंग के छात्रों ने प्राचीन वास्तुकला और मूर्तिकला को करीब से देखा, जिससे उन्हें कला के विभिन्न तत्वों और शैलियों को समझने का अमूल्य अवसर मिला। वहीं, गणित के छात्रों ने इन प्राचीन संरचनाओं के ज्यामितीय (Geometric) और वास्तुशिल्प (Architectural) पहलुओं का विश्लेषण किया। उन्होंने कला और गणित के बीच के गहरे संबंध को व्यावहारिक रूप से समझा।
इस ज्ञानवर्धक यात्रा में छात्रों के साथ महाविद्यालय के पांच सहायक आचार्य और आचार्याएं भी मौजूद थे, जिन्होंने छात्रों का मार्गदर्शन किया और उन्हें हर ऐतिहासिक तथ्य से अवगत कराया। फैकल्टी सदस्यों में डॉ. करिश्मा तोमर , मोनिका रानी, डॉ. किरण, डॉ. प्रियंका कौशिक (HOD) और डॉ. पुष्पा फरस्वाण शामिल थे। इन सदस्यों ने न केवल भ्रमण से संबंधित विस्तृत जानकारी प्रदान की, बल्कि छात्रों की सुरक्षा और सुविधा का भी पूरा ध्यान रखा।
महाविद्यालय प्रबंधन ने इस टूर को छात्रों के समग्र विकास के लिए एक महत्वपूर्ण कदम बताया। छात्रों ने भी इस भ्रमण के अनुभव को ज्ञानवर्धक और अविस्मरणीय बताया। उनका मानना है कि कक्षा से बाहर जाकर इतिहास और कला को समझने का यह तरीका बेहद प्रभावी रहा। यह शैक्षणिक यात्रा धनौरी पीजी कॉलेज की प्रतिबद्धता को दर्शाती है कि वह अपने छात्रों को पुस्तकीय ज्ञान से परे, व्यावहारिक और समृद्ध अनुभव प्रदान करे।
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