हरिद्वार (आरसी / संदीप कुमार) लक्सर गोलीकांड की गुत्थी सुलझाने और हर साजिश का पर्दाफाश करने के लिए SSP हरिद्वार ने एक ऐसी ‘स्पेशल’ टीम तैयार की है, जो न केवल कानून की जानकार है बल्कि फील्ड इन्वेस्टिगेशन और अपराधियों के नेटवर्क को ध्वस्त करने में माहिर मानी जाती है। क्षेत्राधिकारी नगर हरिद्वार S.S. नेगी के नेतृत्व में गठित यह SIT वैज्ञानिक और तकनीकी साक्ष्यों के आधार पर मामले की तह तक जाएगी।
अनुभवी और दक्ष अधिकारियों की टीम
S.S. नेगी क्षेत्राधिकारी नगर हरिद्वार : टीम का नेतृत्व कर रहे नेगी को जटिल मामलों की गुत्थी सुलझाने का लंबा अनुभव है। उनकी देखरेख में जांच की दिशा निष्पक्ष और कानूनी रूप से मजबूत रहेगी।
SI मनोज नौटियाल थानाध्यक्ष पथरी : नौटियाल को क्षेत्र की भौगोलिक स्थिति और स्थानीय सूचना तंत्र पर मजबूत पकड़ के लिए जाना जाता है।
SI अंकुर शर्मा थानाध्यक्ष बहादराबाद : अंकुर शर्मा अपराध नियंत्रण और विवेचना के आधुनिक तरीकों में कुशल हैं, जो साक्ष्यों को जोड़ने में अहम भूमिका निभाएंगे।
SI विपिन कुमार कोतवाली लक्सर : घटना लक्सर क्षेत्र की है, इसलिए विपिन कुमार का स्थानीय इनपुट और घटनाक्रम की बारीक जानकारी टीम के लिए बेहद कारगर साबित होगी।
HC विनोद कुंडलिया (लक्सर) व Ct- महिपाल (सीआईयू रुड़की) : विनोद कुंडलिया जमीनी सूचनाएं जुटाने में माहिर हैं, वहीं सीआईयू रुड़की के महिपाल को तकनीकी जांच और अपराधियों के डिजिटल फुटप्रिंट्स ट्रैक करने का विशेषज्ञ माना जाता है।
पारदर्शी जांच के लिए SSP का सख्त निर्देश
एसएसपी हरिद्वार प्रमेंद्र डोबाल ने स्पष्ट किया है कि यह टीम किसी भी दबाव के बिना तथ्यपरक जांच करेगी। एसआईटी का मुख्य फोकस इस बात पर होगा कि क्या इस गोलीकांड के पीछे कोई बड़ी साजिश थी या सुरक्षा में कहीं चूक हुई।
जानकारों का मानना हैं कि इस टीम में विशेषज्ञों का तालमेल फील्ड ऑफिसर, विवेचना अधिकारी और तकनीकी विशेषज्ञों सीआईयू का एक ऐसा कॉम्बिनेशन बनाया गया है, जिससे चूक की गुंजाइश न के बराबर है।
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