हरिद्वार(आर सी/संदीप कुमार) में बीती रात एक सनसनीखेज घटना ने शहर को हिलाकर रख दिया, जब हरियाणा से आए चोरों ने पंजाब नेशनल बैंक के एक ATM को लूटने की कोशिश की। लेकिन हरिद्वार पुलिस की मुस्तैदी और चौकसी ने बदमाशों के मंसूबों पर पानी फेर दिया। इस हाई-प्रोफाइल ड्रामे में पुलिस ने दो चोरों को दबोच लिया, जबकि एक फरार की तलाश में जंगल-जंगल घूम रही है।
रात के सन्नाटे में साजिश, लेकिन पुलिस थी एक कदम आगे
बीती रात, जब शहर सो रहा था, देश रक्षक से दादूबाग की ओर गश्त कर रही पुलिस की नजर ATM के पास संदिग्ध गतिविधियों पर पड़ी। एक युवक भागता दिखा, और पास में खड़ी i-20 कार की नंबर प्लेट ने पुलिस का शक गहरा किया। ATM का शटर बंद था, लेकिन अंदर से आ रही खटपट ने पुलिस को अलर्ट कर दिया। बिना वक्त गंवाए, पुलिस ने शटर को बाहर से लॉक कर दिया और अतिरिक्त फोर्स को बुलाकर चोरों को रंगे हाथों धर लिया।
यूट्यूब से सीखा ‘लूट का हुनर’, पर पुलिस ने दिखाया दम
पूछताछ में पता चला कि पकड़े गए चोर, कार्तिक राणा (पानीपत) और धीरज (करनाल), नशे के आदी थे और यूट्यूब से ATM काटने का ‘हुनर’ सीखकर हरिद्वार आए थे। दो-तीन दिन की रेकी के बाद उन्होंने 25 लाख रुपये से भरे इस ATM को निशाना बनाया। गैस कटर से ATM को आधा काट चुके थे, लेकिन हरिद्वार पुलिस की सतर्कता ने उनकी सारी मेहनत पर ताला लगा दिया। फर्जी नंबर प्लेट वाली i-20 कार और लूट के औजार भी बरामद कर लिए गए।
पकड़े गए बदमाश
1. कार्तिक राणा, पुत्र राजेंद्र राणा, निवासी विकासनगर, सैक्टर 29, पानीपत, हरियाणा
2. धीरज, पुत्र जयपाल, निवासी राजीव कॉलोनी, हांसी रोड, करनाल, हरियाणा
बरामदगी
1. i-20 कार (नंबर HR20AD1627, फर्जी नंबर प्लेट HR26BJ7889)
2. गैस सिलेंडर और गैस कटर
3. 5 किलो का पेट्रोमैक्स
4. छोटा कटर, स्प्रे, और लोहे का रॉड
पुलिस की तारीफ, फरार की तलाश जारी
हरिद्वार पुलिस की इस त्वरित कार्रवाई की सोशल मीडिया पर जमकर तारीफ हो रही है। सोशल मीडिया पर लोग पुलिस की सतर्कता को सलाम कर रहे हैं। फरार तीसरे आरोपी की तलाश में पुलिस छापेमारी कर रही है, और जल्द ही उसे भी पकड़ने का दावा किया जा रहा है।
हरिद्वार में सुरक्षा का नया पैमाना
यह घटना न केवल बदमाशों के लिए सबक है, बल्कि हरिद्वार पुलिस की सजगता का भी जीता-जागता सबूत है। शहरवासियों में भरोसा बढ़ा है कि उनकी सुरक्षा सक्षम हाथों में है। लेकिन सवाल यह है कि क्या यूट्यूब जैसे प्लेटफॉर्म्स पर उपलब्ध ऐसी ‘आपराधिक ट्यूटोरियल्स’ पर लगाम लगेगी?