रुड़की (आर सी/संदीप कुमार) हरिद्वार-रुड़की विकास प्राधिकरण (HRDA) के रुड़की दफ्तर में सोमवार को हुए हंगामे और अवैध वसूली के मामले ने पूरे शहर में तहलका मचा दिया! आजाद समाज पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष महक सिंह समेत 40-50 लोगों पर सरकारी कार्यालय में घुसकर नोट फेंकने, धमकियां देने और अराजकता फैलाने का आरोप है। दूसरी तरफ, 22 लाख रुपए की अवैध उगाही का आरोप सबको हैरान कर रहा है।
नोटों की बारिश, “जूते बजाने” की धमकी

कनिष्ठ अभियंता कमलेश्वर रावत की शिकायत के मुताबिक, सोमवार को दोपहर महक सिंह, मोहन दास, अनुराग, तेज प्रताप सैनी, अक्षय सभासद, राव अरशद, अकरम और अन्य समर्थकों ने HRDA कार्यालय में धावा बोला। आरोप है कि इन लोगों ने मुख्य गेट पर नोटों की गड्डियां उछालीं और अभियंता आकाश जगूड़ी के केबिन में भी रुपये फेंके। महक सिंह ने जुबानी “जूते बजाने” की धमकी दी, जिससे कर्मचारी दहशत में भागने लगे। यह सब भगवानपुर में अवैध कॉलोनियों पर HRDA की कार्रवाई के विरोध में था। अभियंता का कहना है कि यह सुनियोजित साजिश थी, ताकि सरकारी काम रोका जाए और डर का माहौल बने।
22 लाख रुपए की उगाही का का आरोप

दूसरी FIR में भगवानपुर के मुशीर आलम ने सनसनीखेज आरोप लगाया कि विवेक, अजीज और राव अकरम ने खुद को HRDA का बताकर उनसे 22 लाख रुपए की उगाही की। धमकी थी कि पैसे न दिए तो कॉलोनी सील हो जाएगी। डर से मुशीर ने किस्तों में रकम दी, लेकिन गुरुवार को उनकी कॉलोनी तोड़ दी गई। रविवार को वीडियो HRDA रुड़की दफ्तर पर इन्हीं लोगों को हंगामा करते देख मुशीर ने पुलिस को शिकायत दी।
पुलिस एक्शन में, CCTV फुटेज खंगाला

संबंधित धारा के तहत मुकदमे दर्ज हुए हैं। पुलिस ने CCTV फुटेज कब्जे में ले लिए हैं और जांच तेज कर दी है।
क्या है असली खेल?
आजाद समाज पार्टी इसे भ्रष्टाचार के खिलाफ बिगुल बता रही है, जबकि HRDA इसे सरकारी काम में बाधा और साजिश करार दे रहा है। 22 लाख रुपए की उगाही का खुलासा इस आरोप में नया मोड लाया है। क्या यह भ्रष्टाचार पर प्रहार है या बदले की आग? CCTV और पुलिस जांच से जल्द पर्दा उठेगा। रुड़की में यह मामला अब हर जुबान पर है, और लोग अगले अपडेट का बेसब्री से इंतजार कर रहे हैं!