हरिद्वार (आरसी/ संदीप कुमार) हरिद्वार के युवाओं को नशीले पदार्थों के सेवन से बचाने के लिए जिला प्रशासन ने एक बड़ा अभियान शुरू किया है। जिलाधिकारी मयूर दीक्षित की अध्यक्षता में आयोजित एनसीओआरडी की बैठक में यह महत्वपूर्ण निर्णय लिया गया।
बैठक में जिलाधिकारी ने समाज कल्याण, स्वास्थ्य, पुलिस और शिक्षा विभाग के अधिकारियों को सख्त निर्देश दिए। उन्होंने कहा कि जिले के सभी स्कूल-कॉलेजों के पास किसी भी प्रकार की तंबाकू या गुटखा की दुकानें संचालित नहीं होनी चाहिए।
इसके अलावा, उन्होंने निगरानी बढ़ाने और समय-समय पर निरीक्षण करने के आदेश भी दिए। यदि किसी स्कूल या कॉलेज के बाहर कोई व्यक्ति तंबाकू या गुटखा का सेवन करता पाया जाता है, तो उसका सामान जब्त कर कड़ी कार्रवाई की जाएगी।
संयुक्त कार्रवाई और जन जागरूकता
नशीले पदार्थों के खिलाफ प्रभावी कार्रवाई के लिए, जिलाधिकारी ने पुलिस और समाज कल्याण विभाग को संयुक्त रूप से लगातार छापेमार कार्रवाई करने के निर्देश दिए हैं। उन्होंने यह भी कहा कि यदि कहीं से कोई शिकायत मिलती है, तो तुरंत वहां छापा मारा जाए।
इस अभियान का एक और महत्वपूर्ण हिस्सा जन जागरूकता है। लोगों को नशे के हानिकारक प्रभावों के बारे में जागरूक किया जाएगा। इसके लिए स्थानीय नेताओं, धर्मगुरुओं, स्वयंसेवी संगठनों और गैर-सरकारी संगठनों का सहयोग लिया जाएगा।
बैठक में मुख्य विकास अधिकारी अकांक्षा कोण्डे, एडी आईबी रोहित यादव, डिप्टी कमिश्नर राज्य कर दीपक कुमार, अपर मुख्य चिकित्सा अधिकारी अनिल वर्मा, जिला समाज कल्याण अधिकारी अभिजीत सिंह और फूड इंस्पेक्टर हरीश सिंह सहित कई अधिकारी मौजूद थे।