हरिद्वार(आरसी / संदीप कुमार) हरिद्वार में अवैध खनन माफियाओं का दुस्साहस बढ़ता जा रहा है। एक तरफ जहां जिला प्रशासन लगातार अवैध खनन के खिलाफ कड़ी कार्रवाई कर रहा है, वहीं दूसरी तरफ माफिया दिनदहाड़े भी खनन सामग्री चुराने से बाज नहीं आ रहे हैं।
बुधवार को, लक्सर थाना क्षेत्र के रणसूरा गांव के पास बहने वाली बरसाती रतमऊ नदी में ट्रैक्टर-ट्रॉलियों को खनन सामग्री चुराते हुए देखा गया। यह घटना उस वक्त सामने आई है जब एक दिन पहले ही, मंगलवार को, जिलाधिकारी मयूर दीक्षित के सख्त निर्देशों के बाद खनन विभाग ने अवैध खनन के खिलाफ बड़ी कार्रवाई की थी।
प्रशासन की कार्रवाई और माफिया की मनमानी
एक दिन पहले मंगलवार को खनन विभाग की टीम ने अचानक छापेमारी करते हुए भगवानपुर के लामग्रांट में तीन ट्रैक्टर-ट्रॉलियों को जब्त कर लिया। इसके अलावा, लक्सर के नेन्दपुर सुहारी गांव में अवैध खनन की शिकायत मिलने पर उपजिलाधिकारी लक्सर और जिला खान अधिकारी ने मैसरी लिभरा स्टोन क्रेशर का औचक निरीक्षण किया। अनियमितताएं पाए जाने पर, स्टोन क्रेशर को सीज कर दिया गया और उसके ई-खनिज पोर्टल को भी अस्थाई रूप से निलंबित कर दिया गया।
इस कार्रवाई में विभागीय सर्वेक्षक विवेक कुमार भी मौके पर मौजूद थे। हालांकि, इस कार्रवाई के महज चंद घंटों बाद ही खनन माफिया बेखौफ होकर फिर से सक्रिय हो गए।
लोगों में आक्रोश, प्रशासन पर सवाल
स्थानीय लोगों का कहना है कि प्रशासन की तरफ से लगातार कार्रवाई के बावजूद, खनन माफियाओं का नेटवर्क इतना मजबूत है कि वे बिना किसी डर के अवैध गतिविधियों को अंजाम दे रहे हैं। दिनदहाड़े नदी में खनन सामग्री निकालते हुए देखकर लोगों में प्रशासन की कार्रवाई को लेकर सवाल उठ रहे हैं। उनका मानना है कि जब तक इस अवैध धंधे से जुड़े बड़े नामों पर शिकंजा नहीं कसा जाता, तब तक यह समस्या बनी रहेगी।
पूर्व में भी ख़बर अलर्ट डॉट कॉम ने इसी जगह हो रहे खनन चोरी को प्रमुखता से छापा था । लेकिन ढीली और लचर व्यवस्था के बावजूद खनन माफिया बेखौफ

यह स्थिति दिखाती है कि हरिद्वार में अवैध खनन के खिलाफ चल रही लड़ाई अभी भी एक बड़ी चुनौती बनी हुई है। जहां प्रशासन और माफिया के बीच चूहे-बिल्ली का खेल जारी है।