पथरी (आरसी /संदीप कुमार) पुलिस ने आज जंगल में छिपी अवैध शराब की “जंगल की रसोई” पर ऐसी रेड मारी कि अवैध कच्ची शराब बनाने वालों के सारे अरमान मिट्टी में मिल गए! एसएसपी हरिद्वार के सख्त निर्देशों के बाद, थाना पथरी पुलिस ने अपना ‘ऑपरेशन क्लीन स्वीप’ दिनारपुर और डेरा के जंगलों में चलाया, लेकिन इस बार पुलिस पैदल नहीं, बल्कि ‘हवाई निगरानी’ के साथ मैदान में उतरी।

उड़ते कैमरे ने खोली ‘छिपी भट्ठी’ की दुकान!
पुलिस ने दुर्गम इलाकों में छिपे अवैध ठिकानों को खोजने के लिए अत्याधुनिक ड्रोन कैमरे का इस्तेमाल किया। और बस, फिर क्या था! ड्रोन ने आसमान से तस्वीरें भेजीं और जंगल के बीच, नालों के किनारे छिपी “शराब फैक्ट्रियों” का पता चल गया।
थाना पथरी की टीम जब मौके पर पहुँची, तो दृश्य किसी रहस्यमय फिल्म जैसा था। नालों के किनारे अस्थायी भट्ठियां जल रही थीं और बड़े-बड़े ड्रमों में करीब 3000 लीटर लाहन तैयार हो रही थी। यह ‘लस्सी’ पीने के लिए नहीं, बल्कि जहरीली कच्ची शराब बनाने के लिए थी!
पुलिस ने बिना देरी किए, मौके पर से लगभग 3000 लीटर लाहन को नालों में बहाकर नष्ट कर दिया। साथ ही, भट्ठियों को भी तोड़कर कबाड़ बना दिया।
“जंगल की दावत” हुई कैंसिल
पुलिस के इस ‘ड्रोन अटैक’ से अवैध शराब बनाने वालों की आगामी त्योहारों में होने वाली ‘दावत’ पर पानी फिर गया है। पुलिस ने साफ कर दिया है कि अब हरिद्वार के आसमान से भी अवैध कारोबार पर सीधी नज़र रखी जाएगी। यानी, अब जंगल में छिपकर ‘जंगल की मंगल’ पार्टी करना आसान नहीं होगा! पुलिस का कहना है कि यह अभियान आगे भी जारी रहेगा, ताकि कोई भी त्योहारों की खुशियों में ज़हर न घोल सके।
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