हरिद्वार(आरसी / संदीप कुमार) गाजीवाली गाँव के पास हरिद्वार-नजीबाबाद हाईवे किनारे एक खाली प्लॉट पर सुबह की शांति उस समय भंग हो गई, जब स्थानीय लोगों ने एक अधजली लाश देखी। शव लगभग पूरी तरह से जला हुआ था, जिससे उसकी शिनाख्त करना नामुमकिन लग रहा था। यह एक ब्लाइंड मर्डर था, जिसने तत्काल पूरे ज़िले में सनसनी फैला दी।

वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक हरिद्वार ने मामले की गंभीरता को समझते हुए तत्काल घटनास्थल का दौरा किया और सीओ सिटी के पर्यवेक्षण में, थानाध्यक्ष श्यामपुर के नेतृत्व में कई टीमों का गठन किया। हरिद्वार पुलिस के लिए यह एक बड़ी चुनौती थी।
CCTV और ANPR का जाल
पुलिस ने सबसे पहले हाईवे से गुज़रने वाले हर वाहन पर नज़र डालनी शुरू की। लगभग 300-400 वाहनों के सीसीटीवी फुटेज खंगाले गए। घंटों की माथापच्ची और वैज्ञानिक साक्ष्यों के गहन विश्लेषण के बाद, एक सफेद रंग का कंटेनर ट्रक संदिग्ध पाया गया। ANPR (ऑटोमेटिक नंबर प्लेट रिकग्निशन) कैमरों ने इस ट्रक की पहचान को पुख्ता किया।

जाँच की दिशा उधमसिंह नगर की ओर मुड़ी, जहाँ से पता चला कि ‘सीमा खातून’ नाम की एक महिला गुमशुदा है।
कड़ी से कड़ी जुड़ी
पुलिस ने सीमा खातून को आखिरी बार जिस महिला (53 वर्ष) के साथ देखा गया था, उसे हिरासत में लिया। कड़ी पूछताछ के बाद, उस महिला ने आखिरकार अपना मुँह खोला और खूनी साजिश का पर्दाफाश किया।

महिला ने बताया कि 17 अक्टूबर की शाम, सीमा खातून काशीपुर में अपने प्रेमी, सलमान (30 वर्ष) के ट्रक पर आई थी।
सलमान एक ट्रक ड्राइवर था, और सीमा उसकी प्रेमिका। लेकिन सलमान अब कहीं और शादी करना चाहता था, जिससे सीमा नाराज़ थी। वह बार-बार सलमान से झगड़ा करती और पैसों की माँग करती थी। सलमान इससे बुरी तरह परेशान था।
लेकिन कहानी में एक और खूनी मोड़ था पुरानी रंजिश। गिरफ्तार महिला ने बताया कि उसकी सीमा खातून से गहरी दुश्मनी थी। दरअसल, सीमा खातून की मुखबिरी के चलते ही महिला का बेटा पहले NDPS के एक मामले में जेल गया था।
हत्या और सबूत मिटाने का शातिर तरीका
महिला ने कबूल किया, “17 तारीख की रात, काशीपुर के KVR तिराहे के पास, सीमा और सलमान के बीच फिर से झगड़ा शुरू हो गया। गाली-गलौज और हाथापाई के बीच, सलमान का गुस्सा सातवें आसमान पर पहुँच गया।”
लव ट्राइऐंगल और रंजिश का यह घातक मिश्रण एक झटके में हिंसा में बदल गया। सलमान ने आवेश में आकर चुन्नी से सीमा का गला घोंट दिया। हत्या के इस काम में महिला ने भी उसका साथ दिया।
लाश को ठिकाने लगाने के लिए, उन्होंने सीमा के शव को कंटेनर ट्रक में बंद किया और लगभग सौ किलोमीटर दूर हरिद्वार के श्यामपुर ले आए। यहाँ, गाजीवाली के एक सूनसान प्लॉट में, उन्होंने शव की पहचान छिपाने के लिए उस पर डीज़ल डाला और आग लगा दी। उन्हें लगा था कि यह जली हुई लाश एक अनसुलझा रहस्य बनकर रह जाएगी।
पुलिस ने किया पर्दाफाश
हत्या कबूलने के बाद, श्यामपुर पुलिस ने अपने मुखबिर तंत्र को सक्रिय किया। गुरुवार की रात, चेकिंग के दौरान, पुलिस ने आरोपी सलमान को उसी कंटेनर ट्रक के साथ रसियाबड क्षेत्र से धर दबोचा।
सलमान ने भी वही कहानी दोहराई पैसों की माँग, शादी की ज़िद और फिर गुस्से में की गई हत्या।
SSP हरिद्वार के कुशल नेतृत्व में, हरिद्वार पुलिस ने एक सप्ताह के भीतर इस ब्लाइंड मर्डर केस की गुत्थी सुलझा ली, लव ट्राइऐंगल और पुरानी दुश्मनी के जटिल जाल को उजागर किया। दोनों आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया गया है, और उनके ख़िलाफ़ आगे की कानूनी कार्रवाई की जा रही है।
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