मंगलौर (आरसी/संदीप कुमार): हरिद्वार पुलिस ने फिल्मी स्टाइल में एक ऐसे हाई-प्रोफाइल चोरी के मामले को सुलझाया है, जिसने इलाके में हड़कंप मचा दिया था। मामला मंगलौर के गुरुकुल नारसन का है, जहाँ एक घर से लाखों के सोने-चांदी के जेवरात और नगदी गायब हो गए थे। लेकिन, शातिर चोरों की यह ‘खुशी’ सिर्फ 24 घंटे ही टिक पाई!

थाने में शिकायत… और पुलिस का मिशन ’24’!
रोहित कुमार के घर में हुई चोरी की शिकायत 23 अक्टूबर 2025 को मंगलौर कोतवाली पहुंची। घर से नगदी और गहने गायब थे। प्रभारी निरीक्षक अमरजीत सिंह ने तुरंत ‘मिशन 24 घंटे’ शुरू किया और एक धुरंधर टीम को मैदान में उतारा।
पुलिस टीम ने तुरंत ‘भौतिक और वैज्ञानिक’ सबूत जुटाने शुरू किए। लेकिन असली खेल तब शुरू हुआ, जब पुलिस ने अपनी रडार पड़ोसी राज्य उत्तर प्रदेश की ओर घुमाई। मेरठ, मुजफ्फरनगर, सहारनपुर… हर जगह ताबड़तोड़ दबिश दी गई।

मेरठ से पकड़े गए ‘यूपी के बदमाश‘
पुलिस की मेहनत रंग लाई और 23 अक्टूबर की देर रात, टीम ने मेरठ से दो ‘सफेदपोश’ अपराधियों को दबोचा। ये थे इरफान और आमिर। पूछताछ में पता चला कि ये कोई छोटे-मोटे चोर नहीं, बल्कि यूपी में एक दर्जन से ज़्यादा मुकदमों में वांछित ‘गैंगस्टर’ किस्म के अपराधी हैं! इनके खिलाफ दिल्ली से लेकर खुर्जा नगर तक, चोरी से लेकर गैंगेस्टर एक्ट तक के मुकदमे दर्ज हैं।

माल बेच दिया, पर कैश और कार गई!
पुलिस ने जब इनकी ‘संपत्ति’ की तलाशी ली, तो इनके कब्जे से चोरी के डेढ़ लाख रुपये कैश (₹1,50,000/-) और वारदात में इस्तेमाल की गई चमचमाती I10 कार बरामद हुई। इन दोनों ने कबूल किया कि उन्होंने सोने-चांदी के जेवरात तो बेच दिए थे, लेकिन कैश और कार के साथ पकड़े गए।
मंगलौर पुलिस की इस ‘सुपरफास्ट’ कार्रवाई ने साबित कर दिया कि हरिद्वार पुलिस मुख्यमंत्री के ‘ड्रग्स फ्री’ मिशन के साथ-साथ ‘क्राइम फ्री’ मिशन पर भी मजबूती से काम कर रही है। अब यह शातिर जोड़ी हवालात की सैर करेगी, और पुलिस बाकी ‘जेवरात के खरीदारों’ को ढूंढने में लगी है!

अपराधियों को धर दबोचने वाली ‘वंडर टीम’ में शामिल थे: प्रभारी निरीक्षक अमरजीत सिंह, उ०नि० हेमदत्त भारद्वाज, उ०नि० कमलकान्त रतूडी, हे०कानि० मजिद खान, अ०उ०नि० योगेन्द्र सिंह सहित सीआईयू हरिद्वार और रुड़की के जवान।
![]()
