हरिद्वार (आरसी/संदीप कुमार) सोमवार को क्षेत्रीय परिवहन कार्यालय (RTO), हरिद्वार ने सोमवार को एआरटीओ निखिल शर्मा के नेतृत्व में एक बड़ी कार्रवाई करते हुए न केवल कार्यालय परिसर की सुरक्षा व्यवस्था को सुदृढ़ किया, बल्कि नियमों का उल्लंघन कर रहे सेकंड हैंड वाहन डीलरों पर भी शिकंजा कसा। निरीक्षण दल में टीटीओ वरुणा सैनी, भारत भूषण और मुकेश भारती शामिल थे।
निरीक्षण के दौरान एआरटीओ निखिल शर्मा ने कार्यालय परिसर की प्रवेश व्यवस्था और सुरक्षा का विस्तृत जायजा लिया। उन्होंने निर्देश दिए कि यह सुनिश्चित किया जाए कि कार्यालय में किसी भी प्रकार का अनधिकृत व्यक्ति मौजूद न हो। प्रवेश व्यवस्था को और कड़ा करते हुए, प्रवेश द्वार पर तैनात कर्मियों को साफ निर्देश दिए गए कि आगंतुकों को तब तक परिसर में प्रवेश न दिया जाए, जब तक वे आगंतुक रजिस्टर में अपना नाम, मोबाइल नंबर और आने का उद्देश्य अनिवार्य रूप से दर्ज न कर दें।
इसी क्रम में, निरीक्षण दल ने सेकंड हैंड वाहन विक्रेताओं के खिलाफ भी एक औचक अभियान चलाया। परिवहन विभाग के नियमों के अनुसार, सेकंड हैंड वाहन का व्यापार करने के लिए विभाग से डीलर लाइसेंस प्राप्त करना आवश्यक है। निरीक्षण के दौरान कुल पाँच सेकंड हैंड कार डीलरों की जाँच की गई, जिनमें से केवल एक (Maruti True Value) के पास ही वैध डीलर लाइसेंस पाया गया। शेष चार डीलर बिना किसी लाइसेंस के ही बड़े पैमाने पर वाहनों की खरीद-फरोख्त करते मिले।
जाँच में यह चौंकाने वाला खुलासा हुआ कि बिना लाइसेंस वाले इन चार डीलरों के परिसर में 100 से अधिक वाहन खड़े थे। जिनका अवैध कारोबार किया जा रहा था। इस गंभीर उल्लंघन पर विभाग ने तत्काल और सख्त कार्रवाई करते हुए इन सभी 100 से अधिक वाहनों को ब्लैकलिस्ट कर दिया है, जिसके परिणामस्वरूप उनकी स्वामित्व हस्तांतरण प्रक्रिया तत्काल प्रभाव से रोक दी गई है। इसके साथ ही संबंधित डीलरों को नोटिस जारी कर स्पष्ट निर्देश दिया गया है कि वे परिवहन विभाग से वैध लाइसेंस प्राप्त करने के बाद ही वाहन बिक्री-खरीद का कार्य कर सकेंगे। आरटीओ कार्यालय की इस कार्रवाई से अवैध कारोबारियों में हड़कंप मच गया है।
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