हरिद्वार (गौरव कुमार)। आम आदमी पार्टी का कुनबा हरिद्वार में बिखर चुका है और अब नगर निकाय चुनाव में पार्टी पर हरिद्वार में भाजपाको फायदा पहुंचाने के लिए काम करने जैसे गंभीर आरोप पार्टी के ही पूर्व नेताओं ने लगा दिए हैं। पार्टी के पदाधिकारी सवालों के घेरे में हैं। ऐसे में नगर निकाय चुनाव में आप की नैय्या पार लगना मुमकिन नजर नहीं आ रहा है।
आप के सीनियर नेता आजाद अली और हरिद्वार महिला नेत्री हेमा भंडारी ने हाल ही में प्रेस क्लब में प्रेस वार्ता कर आम आदमी पार्टी की कार्यशैली पर सवाल खड़े किए। दावा किया है हरिद्वार में आप के संजय सैनी उन इलाकों में सक्रिय हैं जहां भाजपा कमजोर है। सीधा आरोप है कि जहां से भाजपा पिछले निगम चुनाव में हारी थी वहां आप के संजय सैनी और उनकी पत्नी मेयर प्रत्याशी शिप्रा सैनी ज्यादा तत्परता से काम करते नजर आ रहे हैं।
*हर चुनाव मैं ही लडूंगा में बिखर गई आप*
आम आदमी पार्टी के संजय सैनी पेशे से कांट्रेक्टर हैं और 2022 विधानभा चुनाव में आम आदमी पार्टी से चुनाव भी लडे थे। लेकिन यहां उन्हें महज तीन हजार वोट मिले थे और उनकी जमानत जब्त हो गई थी। इसके बाद उन्होंने मेयर चुनाव लडने की तैयारी शुरु कर दी। इसको लेकर आप में जबरदस्त विरोध हो गया। चुनाव से एन वक्त पहले आप के कई बडे नेताओं ने पार्टी पर गंभीर आरोप लगाते हुए पार्टी छोड दी। हेमा भंडारी और आजाद अली, ममता सिंह, नरेश शर्मा आदि नेताओं ने साफ कर दिया कि आप के पीछे चेहरा कुछ ओर है। फिलहाल आप की मेयर प्रत्याशी शिप्रा सैनी है जो संजय सैनी की पत्नी है। इन नेताओं ने ये भी सवाल उठाया कि क्या आप को शिप्रा सैनी के अलावा कोई मेयर उम्मीदवार नहीं मिली थी। आम आदमी पार्टी के नेता भाजपा और कांग्रेस पर परिवारवाद को बढावा देने का आरोप लगाते हैं लेकिन हरिद्वार में आप खुद परिवारवाद कर रही है।