हरिद्वार( आर सी/ संदीप कुमार) मुख्य विकास अधिकारी श्रीमती आकांक्षा कोण्डे के निर्देशों के तहत जनपद हरिद्वार के समस्त विकासखंडों में ग्रामोत्थान (रीप) परियोजना, IFAD के सहयोग से उत्तराखण्ड ग्राम्य विकास समिति (UGVS) द्वारा संचालित, ग्रामीण उद्यमिता को बढ़ावा देने में महत्वपूर्ण भूमिका निभा रही है। इस परियोजना के अंतर्गत अल्ट्रा पूअर सपोर्ट, एंटरप्राइजेज (फॉर्म व नॉन-फॉर्म), और सीबीओ लेवल के उद्यमों की स्थापना की जा रही है, जो ग्रामीण क्षेत्रों में आजीविका के अवसरों को बढ़ाने और आर्थिक सशक्तिकरण को प्रोत्साहित करने में सहायक सिद्ध हो रही है।इसी कड़ी में, बहादराबाद विकासखंड के अतमलपुर बौंगला गाँव की निवासी दीपा की कहानी प्रेरणादायक है। दीपा पहले छोटे स्तर पर एक प्रोविजन स्टोर संचालित करती थीं, जो उनके परिवार की आय का एकमात्र स्रोत था। ग्रामोत्थान (रीप) परियोजना की टीम ने उनके गाँव के दौरे के दौरान उनकी आर्थिक स्थिति का आकलन किया और देखा कि दीपा अत्यंत गरीब थीं, लेकिन अपने उद्यम को विस्तार देने की इच्छा रखती थीं।परियोजना के तहत दीपा को अल्ट्रा पूअर सपोर्ट के अंतर्गत 35,000 रुपये का ब्याज मुक्त ऋण प्रदान किया गया। उन्होंने इस राशि के साथ अपने 7,000 रुपये के अंशदान को जोड़कर अपने प्रोविजन स्टोर का विस्तार किया। यह वित्तीय सहायता दीपा के लिए गेम-चेंजर साबित हुई। आज वह अपने स्टोर से प्रतिमाह 8,000 से 10,000 रुपये की आय अर्जित कर रही हैं, जिससे उनके परिवार का भरण-पोषण बेहतर तरीके से हो रहा है।दीपा “बाला जी एस०एच०जी” समूह की सक्रिय सदस्य हैं, जिसका गठन 5 जुलाई 2022 को हुआ था। यह समूह “आस्था” ग्राम संगठन का हिस्सा है, जो श्रद्धा सी०एल०एफ० के अंतर्गत कार्य करता है। दीपा की सफलता ग्रामोत्थान (रीप) परियोजना और जिला प्रशासन हरिद्वार के समर्पित प्रयासों का जीवंत उदाहरण है। उनकी कहानी न केवल ग्रामीण महिलाओं के आर्थिक सशक्तिकरण को दर्शाती है, बल्कि अन्य ग्रामीणों को भी स्वरोजगार और आत्मनिर्भरता की ओर प्रेरित करती है।जिला प्रशासन और UGVS की इस पहल से हरिद्वार के ग्रामीण क्षेत्रों में उद्यमिता को नया आयाम मिल रहा है, जो दीपा जैसी अनेक महिलाओं के लिए समृद्धि और आत्मविश्वास का स्रोत बन रही है।