हरिद्वार (आर सी/ संदीप कुमार) बृहस्पतिवार को पीपल्स यूथ फ्रंट के नेतृत्व में पीपल्स सोशल एक्शन मुहिम के तहत हजारों मजदूरों ने हरिद्वार जिला अधिकारी और उप श्रमायुक्त कार्यालय के सामने मजदूरों पर हो रहे अत्याचार और न्यूनतम मजदूरी अधिनियम के उल्लंघन के खिलाफ जोरदार प्रदर्शन किया। राष्ट्रीय अध्यक्ष इंजी. ललित कुमार के नेतृत्व में मजदूरों ने उत्तराखंड की विभिन्न कंपनियों में न्यूनतम मजदूरी अधिनियम को तत्काल लागू करने और शोषण के खिलाफ न्याय की मांग को लेकर ज्ञापन सौंपा।
ज्ञापन सौंपते कार्यकर्ता और पदाधिकारी
प्रदर्शनकारियों ने बताया कि उत्तराखंड की कई कंपनियों में मजदूरों को मात्र 5 हज़ार से 6 हजार रुपये मासिक वेतन पर काम करने को मजबूर किया जा रहा है, जो न्यूनतम मजदूरी अधिनियम, 1948 का स्पष्ट उल्लंघन है। कानून के अनुसार, अकुशल मजदूरों को न्यूनतम 12,539 रुपये और हालिया घोषणा के अनुसार 20,358 से 26,910 रुपये मासिक वेतन मिलना चाहिए। ललित कुमार ने सरकार की इस घोषणा को “धोखा” करार देते हुए कहा कि यदि शासन-प्रशासन कानून का पालन सुनिश्चित नहीं कर सकता, तो अधिकारियों और नेताओं को इस्तीफा दे देना चाहिए।
आधे महीने से चल रहे धरने को और मजबूती देने की चेतावनी देते हुए ललित कुमार ने ऐलान किया कि यदि जल्द न्याय नहीं मिला, तो अगला प्रदर्शन एक लाख लोगों के साथ होगा। उन्होंने कहा, “हम उत्तराखंड की किसी भी कंपनी या संस्थान में मजदूरों के साथ अन्याय नहीं होने देंगे। यह आंदोलन पूरे राज्य में मजदूरों को उनका हक दिलाने के लिए समर्पित है।”
संगठनों का एकजुट समर्थन
बहुजन समाज पार्टी के जिला प्रभारी कपिल छाबड़ा ने अधिकारियों पर निशाना साधते हुए कहा कि सभी संगठन इस मुहिम में एकजुट हैं और मजदूरों का पूरा हक दिलाकर ही यह आंदोलन समाप्त होगा। मूलनिवासी विद्यार्थी संघ के नेता इंजी. अनुज कुमार ने चेतावनी दी कि यदि सरकार न्यूनतम मजदूरी कानून लागू नहीं करती, तो छात्र संगठन गांव-गांव जाकर लोगों को उनके अधिकारों के प्रति जागरूक करेंगे और एक बड़े जन आंदोलन की तैयारी करेंगे।
प्रदर्शन का नेतृत्व और मांगें
राज्य प्रभारी गोविंद सिंह ने प्रदर्शन का मार्गदर्शन किया, जबकि मूलनिवासी संघ के जिला प्रभारी सुधीर कुमार ने संविधान की उद्देशिका पढ़कर कार्यक्रम की शुरुआत की। भीम आर्मी के राज्य सचिव सुशील पाटिल ने फैक्ट्री प्रबंधकों को मजदूरों को न्याय देने का अल्टीमेटम दिया। प्रदर्शन में पीपल्स पार्टी ऑफ इंडिया डेमोक्रेटिक के जिला सचिव मानचंद सिंह, बहुजन समाज पार्टी के पूर्व जिला अध्यक्ष अनूप सिंह, बहुजन आर्मी, मूलनिवासी संघ, और सत्यम मोटर्स यूनियन के कार्यकर्ता सहित विभिन्न संगठनों के प्रतिनिधि शामिल रहे।
मजदूरों ने उत्तराखंड के मुख्यमंत्री और मुख्य श्रमायुक्त के नाम जिला अधिकारी और डिप्टी लेबर कमिश्नर को मांगपत्र सौंपा, जिसमें न्यूनतम मजदूरी लागू करने, श्रम कानूनों का पालन सुनिश्चित करने, और मजदूरों के शोषण को रोकने की मांग की गई। प्रदर्शन के दौरान शोषण के खिलाफ जमकर नारेबाजी की गई और मजदूरों ने एकजुट होकर अपने हक की लड़ाई को और तेज करने का संकल्प लिया।