हरिद्वार (आर सी/संदीप कुमार) मुख्यमंत्री श्री पुष्कर सिंह धामी ने गुरुवार को हरिद्वार के मेला नियंत्रण भवन में कांवड़ मेला-2025 की तैयारियों की समीक्षा की। इस दौरान उन्होंने कांवड़ यात्रा को सुगम, सुरक्षित और पर्यावरण के अनुकूल बनाने के लिए कई महत्वपूर्ण निर्देश दिए। मुख्यमंत्री ने कांवड़ियों की सुविधा के लिए उत्तराखंड कांवड़ सेवा ऐप विकसित करने के निर्देश दिए, जिसमें कांवड़ियों की सभी आवश्यक जानकारी उपलब्ध होगी। यह ऐप प्रत्येक वर्ष कांवड़ यात्रा के दौरान उपयोगी होगा और यात्रा को और व्यवस्थित बनाएगा।

मुख्यमंत्री ने कांवड़ यात्रा को आगामी कुंभ मेले का ट्रायल बताते हुए कहा कि इस दौरान की गई तैयारियां कुंभ मेले के लिए भी अनुभव प्रदान करेंगी। उन्होंने जिला प्रशासन, पुलिस और संबंधित विभागों को चाक-चौबंद व्यवस्था सुनिश्चित करने के निर्देश दिए। साथ ही, उन राज्यों से समन्वय और रियल-टाइम डेटा साझा करने पर जोर दिया, जहां से अधिकांश कांवड़िए उत्तराखंड आते हैं।
स्वच्छ और हरित कांवड़ यात्रा पर जोर
मुख्यमंत्री ने इस वर्ष कांवड़ यात्रा को क्लीन और ग्रीन बनाने का संदेश दिया। उन्होंने कांवड़ मार्गों पर हर घंटे सफाई अभियान चलाने, हर 1-2 किलोमीटर पर मोबाइल टॉयलेट और कूड़ा निस्तारण के लिए विशेष वाहनों की तैनाती के निर्देश दिए। साथ ही, हर 2-3 किलोमीटर पर स्वास्थ्य केंद्र, एम्बुलेंस और मेडिकल स्टाफ की उपलब्धता सुनिश्चित करने को कहा। इसके अलावा, हेल्पलाइन नंबर जारी करने और यात्रा मार्गों पर आर.ओ. टैंकर, वाटर एटीएम की व्यवस्था करने के भी निर्देश दिए गए।
सुरक्षा और यातायात व्यवस्था पर विशेष ध्यान
मुख्यमंत्री ने कांवड़ मार्गों पर अतिक्रमण हटाने, होटलों और ढाबों में सुरक्षा मानकों का पालन, फूड लाइसेंस और रेट लिस्ट प्रदर्शित करने के निर्देश दिए। ओवर रेटिंग की शिकायत पर सख्त कार्रवाई का भी आदेश दिया गया। शराब और मांस से संबंधित एसओपी का कड़ाई से पालन करने को कहा। सुरक्षा के लिए सीसीटीवी, ड्रोन से निगरानी, जीआईएस मैपिंग आधारित ट्रैफिक प्लान और एआई आधारित ट्रैफिक मॉनिटरिंग सिस्टम विकसित करने के निर्देश दिए। प्राकृतिक आपदाओं से निपटने के लिए एसडीआरएफ, एनडीआरएफ की तैनाती और पूर्व चेतावनी प्रणाली को सक्रिय करने का भी आदेश दिया।
कांवड़ियों की सुविधा के लिए विशेष व्यवस्थाएं
कांवड़ियों की सुविधा के लिए रैन बसेरे, टेंट सिटी, आश्रय स्थल, पार्किंग की अतिरिक्त व्यवस्था और खोया-पाया केंद्रों की संख्या बढ़ाने के निर्देश दिए गए। साथ ही, सोशल मीडिया पर अफवाह फैलाने वालों के खिलाफ सख्त कार्रवाई और “क्या करें, क्या न करें” की जानकारी यात्रा मार्गों पर प्रदर्शित करने को कहा।
कांवड़ मेला 11 से 23 जुलाई तक
जिलाधिकारी हरिद्वार मयूर दीक्षित ने बताया कि कांवड़ मेला 11 से 23 जुलाई 2025 तक आयोजित होगा। मेले को 16 सुपर जोन, 37 जोन और 134 सेक्टरों में विभाजित किया गया है। चारधाम यात्रियों, स्थानीय लोगों और कांवड़ियों के लिए अलग-अलग यातायात व्यवस्थाएं लागू की गई हैं।
बैठक में राज्यसभा सांसद कल्पना सैनी, विधायक मदन कौशिक, प्रदीप बत्रा, आदेश चौहान, ममता राकेश, जिला पंचायत अध्यक्ष किरण चौधरी, मेयर किरण जेसल, मुख्य सचिव आनंद बर्द्धन, डीजीपी दीपम सेठ, प्रमुख सचिव आर.के. सुधांशु, सचिव नितेश झा, पंकज पांडेय, विनोद कुमार सुमन, विनय शंकर पांडे, पूर्व कैबिनेट मंत्री स्वामी यतीश्वरानंद, उपाध्यक्ष राज्य आपदा प्रबंधन प्राधिकरण विनय रूहेला, दर्जा राज्यमंत्री ओम प्रकाश जमदग्नि, शोभाराम प्रजापति, सुनील सैनी, श्यामवीर सैनी, जयपाल सिंह चौहान, देशराज कर्णवाल, गंगा सभा अध्यक्ष नितिन गौतम, बीजेपी जिलाध्यक्ष आशुतोष शर्मा सहित अन्य गणमान्य उपस्थित रहे।