हरिद्वार(आर सी/संदीप कुमार) कावड़ यात्रा का जोश, भोले का उत्साह, और हरिद्वार की पवित्र गंगा का आलम… लेकिन इस बार आकाश चौधरी की यात्रा में आया एक अनोखा ड्रामा! गाजियाबाद के बाग वाली कॉलोनी के रहने वाले आकाश चौधरी, उनके भाई अश्वनी कुमार और कुछ दोस्तों ने हरिद्वार से कावड़ उठाई थी। मंगलौर की ओर बढ़ रहे थे कि शांतरशाह क्षेत्र में रुके। लेकिन रुकते ही कहानी में आया ट्विस्ट—आकाश के दो कीमती मोबाइल, एक सैमसंग फ्लिप और दूसरा iPhone 11, जिनकी कीमत थी पूरे 2 लाख रुपये, अचानक गायब!
“अरे भोले, ये क्या हुआ?” आकाश ने सिर पीट लिया। फोन तो गए, लेकिन भोले का भरोसा डगमगाया नहीं। उन्होंने तुरंत शांतरशाह चौकी, थाना बहादराबाद में शिकायत दर्ज की। पुलिस ने भोले को भरोसा दिलाया, “चिंता मत करो, तुम्हारे फोन ढूंढ निकालेंगे!” आकाश और उनके साथी कावड़ लेकर तो निकल गए, लेकिन मन में एक सवाल—क्या सचमुच फोन मिलेंगे?
अब यहाँ आता है उत्तराखंड पुलिस का जलवा! 24 घंटे भी नहीं बीते थे कि उत्तराखंड पुलिस के जाबाज अफसर चौकी प्रभारी खेमेंद्र गंगवार और उनकी तेज-तर्रार टीम ने दोनों मोबाइल ढूंढ निकाले। जैसे ही आकाश को फोन मिलने की खबर मिली, वे मंगलौर से दौड़े-दौड़े वापस हरिद्वार पहुंचे। मोबाइल हाथ में लेते ही आकाश के चेहरे पर मुस्कान ऐसी थी, मानो भोलेनाथ ने खुद दर्शन दे दिए हों!
“उत्तराखंड पुलिस जिंदाबाद!” आकाश ने खुशी से चिल्लाते हुए कहा। “हम तो सोच रहे थे कि फोन गए, लेकिन पुलिस ने तो कमाल कर दिया। 24 घंटे में फोन ढूंढ लिया, वो भी कावड़ के इस मेले में!” उनके भाई अश्वनी ने भी तारीफों के पुल बांधे और कहा, “ये पुलिस वाले तो भोले के भक्तों से भी तेज निकले!”
शांतरशाह चौकी प्रभारी खेमेंद्र गंगवार और उनकी टीम की इस ताबड़तोड़ कार्रवाई ने न सिर्फ आकाश का दिल जीता, बल्कि पूरे इलाके में चर्चा का विषय बन गया। अब भोले के भक्तों में भी ये बात फैल रही है कि कावड़ यात्रा में अगर कोई मुसीबत आए, तो उत्तराखंड पुलिस है ना—वो सब संभाल लेगी! बम बम भोले!
टीम में शामिल
कास्टेबल पंकज ध्यानी
कास्टेबल अंकित
कास्टेबल चंदन सिंह चौहान
कास्टेबल बसंत पाण्डेय