हरिद्वार (आर सी/संदीप कुमार) मंगलवार रात्रि को चौकी शांतरशाह, थाना बहादराबाद पुलिस को एक बुजुर्ग महिला भटकती हुई मिली, जो अपने परिजनों के साथ ऋषिकेश घूमने आई थी। परिजनों से बिछड़कर वह किसी तरह पैदल-पैदल शांतरशाह पहुंच गई थी, लेकिन अपना पता नहीं बता पा रही थी। इस मार्मिक घटना में हरिद्वार पुलिस ने इंटरनेट तकनीक का उपयोग कर मानवता की मिसाल पेश की।
पुलिस ने पहले महिला को जलपान कराकर उनकी तसल्ली की। पूछताछ में महिला ने नजदीकी थाना इस्लाम नगर, बदायूं का जिक्र किया। इसके बाद पुलिस ने गूगल सर्च की मदद से इस्लाम नगर, बदायूं के प्रभारी निरीक्षक का मोबाइल नंबर हासिल किया। इंटरनेट के जरिए संपर्क स्थापित कर पुलिस ने महिला की तस्वीरें भेजीं। कई प्रयासों के बाद बुजुर्ग महिला के पुत्र योगेंद्र का मोबाइल नंबर प्राप्त हुआ।
पुलिस ने योगेंद्र को सूचना दी, जिन्होंने तुरंत अपनी बहन गुड्डो, पत्नी चंद्र प्रकाश, को शांतरशाह भेजा। गुड्डो ने बुजुर्ग महिला को अपनी मां श्रीमती पूनम, पत्नी राधे श्याम, के रूप में पहचाना। मां को सकुशल देख परिजनों की आंखें खुशी से नम हो गईं। उन्होंने हरिद्वार पुलिस की त्वरित कार्रवाई और इंटरनेट के उपयोग से मिली सफलता के लिए हृदय से आभार व्यक्त किया।
यह घटना न केवल पुलिस की संवेदनशीलता को दर्शाती है, बल्कि यह भी दिखाती है कि कैसे आधुनिक तकनीक और मानवीय प्रयास मिलकर किसी के जीवन में खुशियां ला सकते हैं। हरिद्वार पुलिस की इस पहल की चारों ओर प्रशंसा हो रही है।