रुड़की (आर सी/संदीप कुमार) रुड़की क्षेत्र में स्थित एक निजी कंपनी में पीपल्स सोशल एक्शन के बैनर तले आयोजित धरना-प्रदर्शन ने एक बार फिर मजदूरों के हक की लड़ाई में बड़ी जीत हासिल की। पीपल्स यूथ फ्रंट के राष्ट्रीय अध्यक्ष इंजीनियर ललित कुमार के नेतृत्व में हुए इस आंदोलन के परिणामस्वरूप कंपनी को 100 से अधिक मजदूरों के लिए न्यूनतम मजदूरी अधिनियम के तहत वेतन देने का राजीनामा हुआ।

ललित ने बताया कि प्रदर्शन के महज दो घंटे में ही कंपनी प्रबंधन को मजदूरों की मांगों के आगे झुकना पड़ा। मजदूरों का मासिक 11500 रुपए हर माह की 7 तारीख को बैंक खाते में देना होगा। साथ ही विगत वर्षों में निर्धारित वेतन से नीचे वेतन कटौती की रकम जो कि करोड़ों रुपये में होने की मोटी रकम मजदूरों को वापिस करनी पड़ेगी। कंपनी को मजदूरों को ईपीएफ व ई एस आई की सुविधाएं देने का समझौता हुआ।
इस आंदोलन में बहुजन समाज पार्टी के पूर्व जिला प्रभारी कपिल छाबड़ा के मार्गदर्शन में मजदूरों के हक की लड़ाई को मजबूती मिली। धरने में मूलनिवासी विद्यार्थी संघ के राष्ट्रीय संगठन सचिव इंजीनियर अनुज गौतम, पीपल्स यूथ फ्रंट के राज्य महासचिव देवराज सिंह, किसान यूनियन के नेता अनिल कुमार, युवा नेता आकाश कुमार, शेखर, रवि कुमार सहित सैकड़ों मजदूर शामिल रहे। सभी ने एकजुट होकर मजदूरों के अधिकारों के लिए आवाज बुलंद की।
इस जीत को संविधान और सामाजिक न्याय के लिए एक बड़ी उपलब्धि बताते हुए इंजीनियर ललित कुमार ने कहा, “यह मजदूरों की एकता और पीपल्स सोशल एक्शन की ताकत का परिणाम है। हम तब तक लड़ते रहेंगे, जब तक हर मजदूर को उसका पूरा हक नहीं मिल जाता।”
