हरिद्वार (आरसी/संदीप कुमार): तेलीवाला पंचायत घर के ठीक पीछे रास्ते में जल भराव एक गंभीर समस्या ने ग्रामीणों का जीना मुहाल कर दिया है। रास्ते के किनारे उचित निकासी की व्यवस्था न होने के कारण यहाँ लगातार पानी भरा रहता है, जिससे न सिर्फ मच्छरों का प्रकोप बढ़ गया है, बल्कि स्कूली बच्चों और राहगीरों के लिए भी यह रास्ता खतरनाक बन गया है।
ग्राम प्रधान अली नवाज़ ने बताया कि आसपास लोगों के मकान होने के कारण निकासी का कोई रास्ता नहीं हैं इस संबंध में प्रशासन को अवगत कराया जा चुका है।
ग्राम पंचायत सचिव कुलदीप चौहान ने बताया कि रास्ते के आसपास निजी समाप्ति हैं निकासी व्यवस्था ना होने के कारण जलभराव हो रखा हैं। जल्द ही वैकल्पिक साधन का उपयोग कर पानी निकासी की जाएंगी।
ग्रामीणों के अनुसार, जलभराव के कारण क्षेत्र में मच्छर पनप रहे हैं, जिनकी वजह से बीमारियां फैलने का खतरा लगातार बना हुआ है। यह समस्या और भी विकट इसलिए है क्योंकि इसी रास्ते पर एक सरकारी स्कूल, पशुओं का अस्पताल, और एक बारात घर स्थित है।
स्कूली बच्चों को भारी परेशानी
बच्चों को गोद में उठाकर गंदे पानी को पार कराती महिला
स्कूल जाने वाले छोटे बच्चों को सबसे ज्यादा मुश्किलों का सामना करना पड़ रहा है। कई बार बच्चे इस गंदे और भरे हुए पानी में गिर जाते हैं, जिससे उनके कपड़े खराब होते हैं और चोट लगने का डर भी बना रहता है।
आमिर – सड़क पर पानी काफी दिनों से भरा हुआ है जिसमें मच्छर पनप रहे हैं। और लोग बीमार हो रहे हैं।
जब महिला परिजन छोटे बच्चों को गोद में लेकर स्कूल छोड़ने जाती हैं, तो उन्हें भी इस भरे हुए रास्ते से गुजरने में भारी मशक्कत करनी पड़ती है।
निखिल अम्बेडकर – कई बार अधिकारियों/जनप्रतिनिधियों को इस संबंध में बताया हैं लेकिन कोई इस ओर ध्यान नहीं देता।
बारातियों का तंज और गांव की बदनामी
सचिन वालिया – सड़क तीन तीन सार्वजनिक स्थानों पर जाती हैं जिससे राहगीरों को काफी परेशानी होती हैं।
पास में स्थित बारात घर में जब भी कोई बारात आकर ठहरती है, तो सड़क पर भरे इस गंदे पानी को देखकर बाराती तंज कसते हैं कि “गांव की सड़कें तालाब में तब्दील हो चुकी हैं।” ग्रामीणों का कहना है कि जलभराव के कारण न केवल उन्हें दैनिक जीवन में परेशानी हो रही है, बल्कि गांव की छवि भी धूमिल हो रही है।
राहुल जाटव – सड़क पर पानी भरा होने के कारण सांप और जलीय जीव घरों तक पहुंच रहे हैं।
ग्रामीणों ने प्रशासन से पुरजोर मांग की है कि इस समस्या का जल्द से जल्द समाधान किया जाए और रास्ते के किनारे निकासी की स्थायी व्यवस्था सुनिश्चित की जाए ताकि लोग मच्छरों और बीमारियों के खतरे से मुक्त हो सकें और स्कूली बच्चे सुरक्षित रूप से स्कूल जा सकें।