लक्सर (आरसी/संदीप कुमार) हरिद्वार पुलिस के चलाए जा रहे ‘ऑपरेशन लगाम’ के तहत कोतवाली लक्सर पुलिस ने जुआरियों के खिलाफ ऐसी ‘ताबड़तोड़’ कार्रवाई की, जिसमें जुआरियों से ज्यादा उनके वाहन फंसे! जुए की सूचना पर रणसूरा के गन्ने के खेत में हुई छापेमारी में पुलिस को फिल्मी स्टाइल में भागते हुए जुआरी मिले, जिनमें से केवल एक अभियुक्त फैजान पुलिस के हत्थे चढ़ा। बाकी जुआरी गन्ने की फसल का फायदा उठाकर ऐसे ‘रफूचक्कर’ हुए, मानो कोई ‘ओलंपिक स्प्रिंट’ चल रहा हो।
फरार जुआरी छोड़ गए अपना ‘वीआईपी’ काफिला!
अजब गजब बात तो यह रही कि भागने वाले जुआरी मौके पर अपना पूरा ‘वीआईपी’ बेड़ा छोड़ गए। पुलिस ने मौके से 52 ताश के पत्ते और नगदी के साथ-साथ एक चमचमाती स्विफ्ट कार, पांच मोटरसाइकिलें (जिनमें स्प्लेंडर, पल्सर और एक CT100 भी शामिल) और एक एक्टिवा स्कूटी बरामद की है।
सोचिए, जुआरी कितने ‘आधुनिक’ और ‘सुविधा संपन्न’ थे कि जुआ खेलने के लिए भी पूरा ‘काफिला’ लेकर पहुंचे थे, लेकिन भागने के लिए बेचारे गन्ने के खेत की ‘कच्ची पगडंडी’ का सहारा लेना पड़ा। ऐसा लगता है कि वे जुए में हार-जीत की बाजी तो लगाते ही थे, साथ ही ‘पार्किंग’ की बाजी भी लगा रहे थे!
ऑपरेशन ‘लगाम’ के तहत ‘वन-मैन-शो’ जुआरी गिरफ्तार!
गिरफ्तार 30 वर्षीय आरोपी फैजान अब पुलिस की गिरफ्त में है, जबकि बाकी चार फरार जुआरियों की तलाश जारी है। पुलिस ने फैजान के ख़िलाफ़ जुआ अधिनियम के तहत मुकदमा दर्ज किया है।
पुलिस टीम को उम्मीद है कि इन जुआरियों की वाहन कारें, बाइक और स्कूटी अब सरकारी गोदाम की ‘शोभा’ बढ़ाएंगी। अब सवाल यह है कि भागे हुए जुआरी वापस आकर अपनी ‘शानदार सवारी’ मांगेंगे या फिर जुए की हार और पुलिस के डर से हमेशा के लिए ‘पैदल यात्री’ बन जाएंगे?
यह खबर लक्सर क्षेत्र के लिए एक सबक है कि गन्ने के खेत अब जुए की ‘महफिले’ नहीं, बल्कि ‘गिरफ्तारी का मैदान’ बन चुके हैं!