बहादराबाद (आरसी / संदीप कुमार) वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक हरिद्वार के आदेशानुसार चलाए जा रहे “नशा मुक्त शहर – नशा मुक्त गांव” अभियान के तहत शनिवार को चौकी शान्तरशाह में एक महत्वपूर्ण चौपाल कार्यक्रम आयोजित किया गया।
इस चौपाल का मुख्य उद्देश्य माननीय मुख्यमंत्री उत्तराखंड द्वारा शुरू किए गए “ड्रग्स फ़्री देवभूमि मिशन 2025” और “जिंदगी को हां, नशे को ना” अभियान की भावना को जन-जन तक पहुंचाना था। कार्यक्रम के दौरान, उपस्थित ग्रामीणों को नशा मुक्ति की शपथ दिलाई गई।
नशा तस्करों के सहयोगियों पर भी होगी सख्त कार्रवाई:
थाना अध्यक्ष अंकुर शर्मा ने ग्रामीणों को संबोधित करते हुए स्पष्ट किया कि नशे के कारोबार या उसके सहयोग को किसी भी स्थिति में बर्दाश्त नहीं किया जाएगा। पुलिस ने चेतावनी दी कि यदि कोई व्यक्ति नशा तस्करों की सहायता करता हुआ पाया गया, तो उसके विरुद्ध भी उसी प्रकार की सख्त कार्रवाई की जाएगी जैसी नशा तस्करों के विरुद्ध की जाती है।
नशा करने वालों की काउंसलिंग और पुनर्वास पर चर्चा:
पुलिस ने बताया कि गांवों में नशा करने वाले व्यक्तियों की काउंसलिंग कर उन्हें नशा मुक्त जीवन की ओर प्रेरित किया जाएगा। साथ ही, ग्रामीणों को नशा बेचने वालों की सूचना तत्काल पुलिस को देने हेतु जागरूक किया गया। चौपाल में उपस्थित ग्रामीणों ने नशा उन्मूलन हेतु पुलिस को पूर्ण सहयोग का आश्वासन दिया। नशा पीड़ित व्यक्तियों के पुनर्वास एवं उन्हें समाज की मुख्यधारा से जोड़ने के उपायों पर भी विस्तृत चर्चा की गई।
इसके अतिरिक्त, कार्यक्रम में उपस्थित लोगों को साइबर सुरक्षा एवं यातायात सुरक्षा के संबंध में भी विस्तृत जानकारी प्रदान की गई। यह जागरूकता कार्यक्रम “ड्रग्स फ़्री देवभूमि मिशन 2025” को सफल बनाने की दिशा में हरिद्वार पुलिस की लगातार जारी कोशिशों का हिस्सा है।