हरिद्वार (आरसी / संदीप कुमार) उत्तराखंड के हरिद्वार में अवैध खनन करने वालों की अब खैर नहीं! तेज-तर्रार जिलाधिकारी मयूर दीक्षित ने ‘सरकारी सील’ को खिलौना समझने वाले एक स्टोन क्रेशर संचालक को करारा सबक सिखाया है। डीएम को जब पता चला कि सील लगने के बाद भी अवैध धंधा चालू है, तो उन्होंने देर नहीं लगाई और रातों-रात एक्शन का डंडा चला दिया।
क्या है पूरा मामला?
जिलाधिकारी मयूर दीक्षित को शिकायत मिली थी कि ग्राम बाड़ीटीप में स्थित स्टोन क्रेशर को 6 अक्टूबर को सील किए जाने के बावजूद, उसके संचालक/मालिक ने सरकारी सील तोड़ दी है और धड़ल्ले से अवैध खनन करके करोड़ों का चूना लगा रहा है।
डीएम ने तत्काल अपने भरोसेमंद अधिकारी, जिला खान अधिकारी काज़िम रज़ा को पूरी टीम के साथ मौके पर भेजा। टीम जब बाड़ीटीप पहुंची तो नजारा देखकर हैरान रह गई। क्रेशर चल रहा था और अवैध खनिज का काम जारी था!
तोड़फोड़ और गबन की धाराओं में FIR
सरकारी आदेश की धज्जियाँ उड़ाने और राजस्व को नुकसान पहुंचाने के आरोप में, जिला खान अधिकारी ने तत्काल एक्शन लेते हुए क्रेशर के संचालक और मालिक के खिलाफ कोतवाली लक्सर में न केवल एफआईआर दर्ज कराई, बल्कि क्रेशर को दुबारा सील भी कर दिया।
डीएम मयूर दीक्षित ने सख्त चेतावनी देते हुए कहा है कि जो भी सरकारी खजाने को चूना लगाने की कोशिश करेगा, उसके खिलाफ ऐसी ही कड़ाई से कार्रवाई होगी। साफ है, हरिद्वार में अब ‘खनन माफ़िया’ की चांदी नहीं कटेगी!