हरिद्वार(आरसी /संदीप कुमार) बाबाओं की नगरी में बीयर बार जैसा नज़ारा बनाने की कोशिश कर रहे ‘शौकीन’ शनिवार की रात बुरी तरह फंस गए। उन्हें लगा कि हाईवे के किनारे और ढाबों में बैठकर ‘चियर्स’ करना एक शानदार आइडिया है, लेकिन उन्हें पता नहीं था कि SSP हरिद्वार ने ‘पार्टी क्रैशर’ पुलिस टीमों को पहले ही मैदान में उतार रखा था!
ज्वालापुर में ‘खुशी के घूंट’ बने ‘आंसू के घूंट’

कोतवाली ज्वालापुर की टीम ने वरिष्ठ उप निरीक्षक खेमेंद्र गंगवार की अगुवाई में 28 लोगों को ‘खुले आसमान’ के नीचे जाम छलकाते रंगे हाथों पकड़ा। इनकी ‘चियर्स’ करने की खुशी तुरंत काफूर हो गई। सबके कान पकड़वाकर 7000 रुपए का संयोजन शुल्क वसूला गया। अब ये ‘पार्टी’ का बिल घर वालों से छुपाएंगे!
सिडकुल में तो शराबियों के साथ ‘हादसा’ ही हो गया!

उधर, थाना सिडकुल में तो पुलिस ने एक कदम आगे की कार्रवाई कर दी। 35 ‘हुड़दंगी’ ढाबों और सड़कों पर अपनी महफ़िल सजाए बैठे थे।
इनसे 8750 रुपए का भारी भरकम जुर्माना वसूला गया। जुर्माने के साथ-साथ पुलिस ने 5 गाड़ियों को भी सीज़ कर दिया! अब बताइए, पार्टी की थी 35 लोगों ने, लेकिन 5 गाड़ियों को घर पैदल जाना पड़ेगा!
हरिद्वार पुलिस टीम ने सभी 63 लोगों को भविष्य के लिए ‘अंगूरी’ चेतावनी दी है कि सार्वजनिक स्थान पर अगली बार ‘जाम’ दिखा, तो सीधे ‘लॉकअप’ का दरवाज़ा दिखेगा!
कुल मिलाकर, 63 लोगों को ‘सार्वजनिक पिकनिक’ के लिए 15,750 रुपए का बिल भरना पड़ा और 5 गाड़ियाँ ‘मालखाना’ की सैर पर निकल गईं।
अगली बार सोच समझकर ‘चियर्स’ कीजिएगा, क्योंकि हरिद्वार की पुलिस अब सीधे ‘पुलिस एक्ट’ से हिसाब करती है!