बहादराबाद(आरसी /संदीप कुमार) शांतरशाह बहादरपुर गाँव में स्थित संत रविदास आश्रम में हर माह की 13 तारीख को होने वाला संत रविदास सत्संग और विशाल भंडारे का आयोजन इस बार भी पूर्ण भक्तिभाव और उत्साह के साथ किया गया। इस पावन अवसर पर सहारनपुर और मुजफ्फरनगर सहित आसपास के क्षेत्रों से आए संत रविदास के भक्तों ने सत्संग का श्रवण किया।
इस दौरान भक्तों ने संत रविदास के ज्ञानवर्धक प्रवचनों पर गहन चर्चा की, जिससे उनके मन में आध्यात्मिक और सामाजिक चेतना का संचार हुआ। आश्रम का पूरा वातावरण भक्तिमय हो गया।
मुख्य अतिथि के रूप में सोमदास शुक्रताल आश्रम ने सत्संग में शिरकत की।

आश्रम के प्रबंधक, राजकुमार दास जी, ने भक्तों को संबोधित करते हुए कहा कि भक्तिकाल के महान संत रविदास जी सामाजिक न्याय के प्रतीक बनकर उभरे थे। उन्होंने अपने प्रवचनों और कर्मों के माध्यम से सामाजिक समरसता और समानता के संदेश को प्रखर रूप से उजागर किया। संत रविदास जी का जीवन हमें सिखाता है कि मानवता और प्रेम ही सबसे बड़ा धर्म है।
आयोजन को सफल बनाने में फकीर, अमन, महात्मा स्वराज दास, संचालक श्यामकुमार, जॉनी दास, सुखवीर दास, राजपाल दास, इशमबती, मेनका, नंदनी, सोनम आदि भक्तों ने महत्वपूर्ण सहयोग दिया।
सत्संग के उपरांत विशाल भंडारे का आयोजन किया गया, जिसमें उपस्थित सभी भक्तों ने प्रसाद ग्रहण किया। इस प्रकार यह आयोजन संत रविदास जी के उपदेशों को जन-जन तक पहुँचाने और सामाजिक एकता को मजबूत करने का एक माध्यम बना।