धनौरी(आरसी/संदीप कुमार) धनौरी से भगवानपुर को जोड़ने वाले महत्वपूर्ण मार्ग पर रतमऊ नदी के पुल से ठीक पहले, नहरवाई के गोदाम के पास, सड़क किनारे प्लास्टिक कचरे का एक विशाल ढेर लगा हुआ है। इस खतरनाक और पर्यावरण विरोधी ढेर के निस्तारण के लिए स्थानीय प्रशासन की ओर से कोई कार्यवाही नहीं की जा रही है, जिससे लोगों में रोष व्याप्त है।

कचरे के इस ढेर में सबसे अधिक मात्रा में माल्टा के खाली टेट्रा पाउच साफ-साफ देखे जा सकते हैं। स्थानीय ग्रामीणों का आरोप है कि पास में स्थित शराब के ठेके पर सेवन किए जाने वाले माल्टा के खाली पाउच और अन्य प्लास्टिक सामग्री यहीं सड़क किनारे डाल दी जाती है। इस गंभीर समस्या पर अभी तक किसी अधिकारी या प्रशासन का ध्यान नहीं गया है।

यह प्लास्टिक का ढेर न सिर्फ दृश्य प्रदूषण फैला रहा है, बल्कि बरसात के मौसम में यह रतमऊ नदी के बहाव के साथ आस-पास के खेतों तक भी पहुंच जाता है, जिससे किसानों की फसल और मिट्टी की गुणवत्ता पर नकारात्मक प्रभाव पड़ रहा है। स्थानीय लोगों का कहना है कि प्रशासन की निष्क्रियता के कारण यह समस्या लगातार विकराल रूप लेती जा रही है।

सबसे चिंताजनक स्थिति यह है कि इस प्लास्टिक कचरे के ढेर के बिलकुल करीब एक हाईवोल्टेज ट्रांसफार्मर रखा हुआ है। दुकानदारों और ठेले वालों को डर है कि किसी दिन ट्रांसफार्मर में फाल्ट होने या चिंगारी निकलने पर यह प्लास्टिक का ढेर भयंकर आग पकड़ सकता है। आग लगने की स्थिति में प्लास्टिक कचरे के पास बनी खोखा दुकान चला रहे छोटे व्यापारियों और ठेले वालों को भारी जान-माल के नुकसान का गंभीर खतरा बना हुआ है। इस जानलेवा खतरे के बावजूद, स्थानीय प्रशासन ने इस समस्या पर आंखें मूंद रखी हैं।

यदि इसी प्रकार लापरवाही जारी रही, तो न केवल यह क्षेत्र कूड़े के ढेर में तब्दील हो जाएगा, बल्कि किसी भी वक्त बड़ी दुर्घटना होने की आशंका है। स्थानीय लोगों ने प्रशासन से जल्द से जल्द इस प्लास्टिक कचरे के ढेर का सुरक्षित निस्तारण करने और अवैध रूप से कूड़ा फेंकने वालों के खिलाफ सख्त कार्रवाई करने की मांग की है।
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