हरिद्वार (आर सी/ अविनाश गुप्ता)। अपनी गाढ़ी मेहनत की कमाई से हरिद्वार की शानदार लोकेशन पर प्लॉट खरीद कर अपना आशियाना तैयार करने की योजना बना रहे लोगों को सुहाने सपने दिखाकर ठगने के लिए कुख्यात ऑक्टागन बिल्डर्स पर हरिद्वार पुलिस की तिरछी नजर एक बड़े जनसमुदाय के लिए उम्मीद की किरण साबित हुई है, बीते माह संबंधित गैंग के लीडर कुलदीप नन्दराजोग और उसकी सहयोगी महिला अंजली त्यागी के हरिद्वार पुलिस के गिरफ्त में आने के बाद अनेक व्यक्तियों द्वारा स्वयं को ठगी का शिकार बताते हुए, पुलिस कप्तान प्रमेन्द्र डोबाल से भेंट कर, अपनी शिकायतें रखी थी। जिनमें समय-समय पर मुकदमें दर्ज किए गए थे। प्रथम दृष्टया गैंग द्वारा लोगों से कई सौ करोड रुपए की धोखाधडी किये जाने का पता चला, जिसमें बाद में और मामले सामने आने पर1 कई मुकदमे दर्ज हुए, इन सब मामलों की विस्तृत जांच अब एसआईटी द्वारा की जाएगी। गैंग में लीडर कुलदीप के अतिरिक्त सतपाल नन्दराजोग,अंजली त्यागी, संजीव गुप्ता, सौरभ गाँधी सक्रिय सदस्य रहे हैं। ऑक्टागन बिल्डर प्रमोटर्स के निदेशक कुलदीप नंदराज जोग एवं अन्य साथियों द्वारा जमीन बेचने के नाम पर थाना बहादराबाद में धोखाधड़ी एवं गैंगस्टर एक्ट में दर्ज मुकदमे में एक महीने के अंदर सफल निस्तारण के लिए एसपी क्राइम अजय गणपति के नेतृत्व में एसआईटी का गठन किया गया है। पूरे राज्य में चर्चित ठगी के इस बड़े मामले में लगातार मिल रही नई शिकायतों का संज्ञान लेते हुए कप्तान प्रमेन्द्र डोभाल डोबाल द्वारा हर राज से पर्दा उठाने के लिए एसआईटी गठित की गई है। टीम में शामिल एक राजपत्रित अधिकारी, एक निरीक्षक सहित कुल ग्यारह सदस्य है। मालूम हो कि गैंग सरगना कुलदीप के खिलाफ हैं धोखाधड़ी के चार दर्जन से ज्यादा मुकदमें हैं दर्ज, वही महिला आरोपी पर भी है नौ मुकदमों में दर्ज जिन्हें हरिद्वार पुलिस ने पूर्व में जेल भेज दिया था। वही अब गैंगे में शामिल हिस्सेदारों की कुंडली एसआईटी खंगालेगी।