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11 वर्षीय ओमकार की दंडवत कांवड़ यात्रा: भक्ति का अनमोल समर्पण, सड़क यात्रा की चिंता

Byआर सी

Jun 23, 2025

हरिद्वार (आर सी/संदीप कुमार) सावन की पवित्र कांवड़ यात्रा में हरिद्वार से लाखों शिव भक्त गंगाजल लेकर अपने गंतव्य की ओर बढ़ते हैं, लेकिन इस बार 11 वर्षीय ओमकार अपनी अनूठी भक्ति और समर्पण के साथ सभी का दिल जीत रहा है। हरिद्वार के बहादराबाद से भगवानपुर रोड पर खेलड़ी के पास ख़बर अलर्ट डॉट कॉम से बातचीत में ओमकार ने अपनी कहानी साझा की। वह 13 वर्षीय अनमोल और अपनी बुजुर्ग मां सरोज देवी के साथ हरियाणा के पिंजौर के लिए निकला है।

ओमकार ने बताया कि उनका पूरा परिवार शिव भक्ति में लीन है। “हम पहले खड़ी कांवड़ लेकर जाते थे, लेकिन अब सामान्य कांवड़ लेते हैं। 20 जून को हमने गंगाजल भरा, और अब भगवान शिव पर भरोसा है कि वे हमें सुरक्षित और जल्दी गंतव्य तक पहुंचाएंगे,” उसने कहा। मनोकामना के बारे में पूछने पर इस नन्हे भक्त ने सादगी से जवाब दिया, “हमारा परिवार वर्षों से कांवड़ यात्रा करता आ रहा है। कोई खास मनोकामना नहीं है। बस यही प्रार्थना है कि भगवान भोले मेरे बच्चों की उम्र लंबी करें और उनका जीवन मंगलमय हो।”

 

 

हालांकि, ओमकार ने सड़क मार्ग से यात्रा करने की चुनौतियों पर भी चिंता जाहिर की। उन्होंने बताया कि व्यस्त सड़कों और वाहनों के बीच कांवड़ लेकर चलना जोखिम भरा है, खासकर उनकी बुजुर्ग मां के लिए। “हम कोशिश करते हैं कि सावधानी से चलें, लेकिन सड़क पर भीड़ और तेज रफ्तार वाहन डराते हैं,” ओमकार ने कहा। उनकी मां सरोज देवी ने भी इस चिंता को दोहराया और प्रशासन से कांवड़ियों के लिए सुरक्षित मार्ग सुनिश्चित करने की अपील की।

रास्ते में राहगीर इस छोटी उम्र में ओमकार के भक्ति और साहस को देखकर हैरान हैं। कई लोग रुक-रुककर इस नन्हे कांवड़िया से बात करने और उसकी कहानी जानने को उत्सुक दिखे। अनमोल ने बताया कि वह अपने छोटे भाई के साथ इस यात्रा में शामिल होने पर गर्व महसूस करता है।

हरिद्वार पुलिस के अनुसार, कांवड़ यात्रा 11 जुलाई से शुरू हुई है, और प्रशासन ने यात्रा को सुचारू बनाने के लिए व्यापक इंतजाम किए हैं। हालांकि, ओमकार जैसे कांवड़ियों की चिंताएं सड़क सुरक्षा पर और ध्यान देने की जरूरत को दर्शाती हैं।

ओमकार की यह यात्रा न केवल उसकी अटूट आस्था की कहानी है, बल्कि यह भी दिखाती है कि भक्ति की कोई उम्र नहीं होती। राहगीरों का कहना है कि ओमकार जैसे बच्चे भविष्य की पीढ़ी को आध्यात्मिकता और संस्कृति के प्रति प्रेरित कर रहे हैं। “बम बम बोले” के नारे के साथ अपने गंतव्य की ओर बढ़ता यह नन्हा भक्त हर किसी के लिए प्रेरणा बना हुआ है।

ख़बर अलर्ट डॉट कॉम की ओर से ओमकार, अनमोल और सरोज देवी को इस पवित्र यात्रा के लिए शुभकामनाएं।

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