हल्द्वानी(आर सी/संदीप कुमार) उत्तराखंड के मुख्यमंत्री के “नकल मुक्त परीक्षा” अभियान को साकार करते हुए, नैनीताल के वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक (SSP) प्रहलाद नारायण मीणा के नेतृत्व में SOG टीम और हल्द्वानी पुलिस ने एक हाईटेक नकल गैंग का पर्दाफाश किया है। इस कार्रवाई में युवाओं के भविष्य से खिलवाड़ करने वाले नकल माफिया के सरगना सहित 9 अभियुक्तों को गिरफ्तार किया गया है।

4 लाख रुपये में SSC परीक्षा पास कराने का लालच
पुलिस ने बताया कि यह गिरोह स्टाफ सिलेक्शन कमीशन (SSC) की ऑनलाइन परीक्षा में रिमोट डेस्कटॉप सॉफ्टवेयर का उपयोग कर उम्मीदवारों के लिए सवाल हल करने की साजिश रच रहा था। प्रत्येक उम्मीदवार से 4 लाख रुपये वसूले जा रहे थे। गिरोह ने हल्द्वानी के तल्ली बमोरी स्थित एक होटल के कमरे को अपनी नकल मशीनरी का अड्डा बनाया था, जहां से दिल्ली में बैठा एक आईटी विशेषज्ञ रिमोट एक्सेस के जरिए परीक्षा केंद्रों के सिस्टम को नियंत्रित कर रहा था।
गिरफ्तार अभियुक्तों की सूची
पुलिस ने रविवार रात छापेमारी कर निम्नलिखित 9 अभियुक्तों को गिरफ्तार किया:
1. सुनील कुमार (गैंग लीडर), बामनोली, थाना दोघट, बागपत (उ.प्र.)
2. परविंदर कुमार (गैंग लीडर), लोहारी, बागपत; हाल पता – देहरादून
3. रमाकांत शर्मा उर्फ राहुल, अहमदगढ़, बुलंदशहर (उ.प्र.)
4. अभिषेक कुमार, शहादाबाद, हाथरस (उ.प्र.)
5. विशाल गिरी, मेरठ; हाल निवासी – हरिद्वार
6. आफताब खान, रतनपुरी, मुजफ्फरनगर (उ.प्र.)
7. अरुण कुमार, मीरापुर, मुजफ्फरनगर (उ.प्र.)
8. शिव सिंह, हाथरस (उ.प्र.)
9. जसवीर सिंह, जींद (हरियाणा); हाल – रोहतक
बरामद सामग्री
छापेमारी के दौरान पुलिस ने 2 लैपटॉप (Lenovo Thinkpad, HP Ryzen), 11 मोबाइल फोन, वाई-फाई डोंगल, चार्जर और अन्य इलेक्ट्रॉनिक उपकरण बरामद किए।
कानूनी कार्रवाई
हल्द्वानी पुलिस स्टेशन में अभियुक्तों के खिलाफ भारतीय न्याय संहिता (BNS) की धारा 318(4), 319(2), 3(5) और सूचना प्रौद्योगिकी अधिनियम (IT Act) की धारा 66(D) के तहत FIR संख्या 270/2025 दर्ज की गई है।
टीम को पुरस्कार
SSP नैनीताल प्रहलाद मीणा ने इस शानदार कार्रवाई के लिए SOG और हल्द्वानी पुलिस की संयुक्त टीम को 2500 रुपये का नगद पुरस्कार देने की घोषणा की है। उन्होंने कहा, “हमने इस गिरोह को उनके मंसूबों को अंजाम देने से पहले ही पकड़ लिया। नकल के खिलाफ हमारी मुहिम जारी रहेगी।”
पुलिस की चेतावनी
SSP ने साफ शब्दों में चेतावनी दी है कि नकल करने वालों और नकल कराने वालों पर कड़ी नजर रखी जा रही है। “अगर आप सिस्टम से खेलने की कोशिश करेंगे, तो आपका खेल खत्म कर दिया जाएगा,” उन्होंने कहा।
यह कार्रवाई न केवल “नकल मुक्त परीक्षा” अभियान की सफलता को दर्शाती है, बल्कि युवाओं के भविष्य को सुरक्षित करने की दिशा में पुलिस की प्रतिबद्धता को भी रेखांकित करती है।