कलियर (आर सी/संदीप कुमार) कांग्रेस के वरिष्ठ नेता और उत्तराखंड के पूर्व मुख्यमंत्री हरीश रावत ने पिरान कलियर शरीफ के उर्स के मौके पर अपनी श्रद्धा प्रकट करते हुए दरगाह हजरत साबिर पाक में चादर पेश की। यह चादर उनके प्रतिनिधि के रूप में कांग्रेस नेता और राजपूत बिरादरी के अध्यक्ष राव अफाक अली ने दरगाह की चौखट पर चढ़ाई। इस अवसर पर हरीश रावत के ओएसडी सैयद कासिम सहित कई कांग्रेस नेता भी मौजूद थे।
भाईचारे और अमन-सुकून का संदेश:
चादर पेश करते हुए राव अफाक अली ने कहा कि यह चादर सिर्फ एक रस्म नहीं, बल्कि हरीश रावत जी का इंसानियत और भाईचारे का संदेश है। उन्होंने कहा, “जब समाज में नफरत के बीज बोए जा रहे हैं, तो साबिर पाक की दरगाह हमें याद दिलाती है कि मोहब्बत और भाईचारा ही मुल्क की असली ताकत है।”
आपदा में फंसे लोगों के लिए विशेष दुआ:
इस मौके पर मुल्क की तरक्की, अमन-सुकून और आपसी भाईचारे के लिए दुआएं मांगी गईं। इसके साथ ही, उत्तराखंड में आई आपदा से प्रभावित लोगों की सुरक्षा और सलामती के लिए विशेष अरदास की गई। दरगाह के आध्यात्मिक माहौल में मौजूद जायरीन ने भी हाथ उठाकर दुआ में हिस्सा लिया।
गंगा-जमनी तहजीब की मिसाल:
पिरान कलियर शरीफ, जिसे गंगा-जमनी तहजीब की सबसे बड़ी मिसाल माना जाता है, हर साल लाखों लोग यहां आते हैं। राव अफाक अली ने कहा कि यह जगह मोहब्बत और इंसानियत की खुशबू बिखेरती है, जो कि आज के समय में बहुत महत्वपूर्ण है।
राजनीति से ऊपर उठकर इंसानियत की मिसाल:
दरगाह के खादिमों ने हरीश रावत की इस पहल का स्वागत करते हुए कहा कि जब नेता राजनीति से ऊपर उठकर इंसानियत की मिसाल पेश करते हैं, तो समाज में अमन-चैन और मजबूत होता है। उन्होंने हरीश रावत के इस कदम को सराहना।
इस दौरान कांग्रेस नेताओं ने जायरीन से भी मुलाकात कर उनका हालचाल जाना। यह पूरा कार्यक्रम भाईचारे, दुआओं और मोहब्बत के माहौल में संपन्न हुआ।