बहादराबाद (आर सी/ संदीप कुमार) हरिद्वार-दिल्ली हाईवे से सटे शांतरशाह मार्ग पर इन दिनों लोगों की जान जोखिम में डालकर काम चल रहा है। यहां स्थित एक ड्रम यार्ड के संचालक दिन के समय भी कई टन वजनी ड्रमों को हाइड्रा मशीन से असुरक्षित तरीके से लटका कर सड़क पर ले जाते हैं, जिससे न केवल ट्रैफिक जाम की समस्या पैदा हो रही है, बल्कि ये दुर्घटनाओं को भी खुला न्यौता दे रहे हैं।
स्थानीय निवासियों का कहना है कि यह यार्ड एक केबल कंपनी के लिए बड़े और भारी ड्रम बनाने का काम करता है। इन ड्रमों को खुलेआम दिन के समय, जब सड़क पर लोगों और गाड़ियों की आवाजाही सबसे ज्यादा होती है, हाइड्रा से लटकाकर एक जगह से दूसरी जगह ले जाया जाता है। इस दौरान राहगीरों को अपनी जान बचाने के लिए रुकना पड़ता है, क्योंकि ये भारी-भरकम ड्रम कभी भी दुर्घटना का कारण बन सकते हैं। एक स्थानीय ग्रामीण ने नाम न छापने की शर्त पर बताया, “दिन भर इस रास्ते से आना-जाना मुश्किल हो गया है। यार्ड वाले लोगों की जान से खिलवाड़ कर रहे हैं, लेकिन कोई भी इनके खिलाफ आवाज उठाने की हिम्मत नहीं करता।”
‘ऊपर तक है पहुंच’, इसलिए कोई कार्रवाई नहीं
स्थानीय लोगों के अनुसार, जब भी कोई इस असुरक्षित गतिविधि के खिलाफ आवाज उठाता है, तो यार्ड के संचालक खुलेआम दादागिरी दिखाते हैं। उनका कहना है कि उनके संबंध ऊंचे पदों पर बैठे लोगों से हैं और “हमारा कोई कुछ नहीं बिगाड़ सकता।” इस धमकी के कारण, लोग चुप रहने को मजबूर हैं। उनका आरोप है कि यार्ड संचालक ने एक तरह से पूरे रास्ते पर कब्जा कर लिया है और अपनी मनमानी चला रहे हैं।
संबंधित विभाग की चुप्पी पर सवाल
यह पूरा मामला संबंधित विभागों की कार्यप्रणाली पर भी सवाल खड़े करता है। लोगों का कहना है कि क्या विभाग केवल परमिशन देने तक ही सीमित है या उनकी यह भी जिम्मेदारी है कि सड़कों पर होने वाली इस तरह की असुरक्षित गतिविधियों को रोकें? इस तरह दिनदहाड़े सड़क पर खतरों को न्योता देना न सिर्फ ट्रैफिक नियमों का उल्लंघन है, बल्कि यह सड़क सुरक्षा-व्यवस्था के लिए भी एक बड़ी चुनौती है।
यातायात पुलिस को इस मामले पर तुरंत संज्ञान लेकर आवश्यक कदम उठाने चाहिए ताकि किसी बड़ी दुर्घटना से पहले इस खतरनाक खेल को रोका जा सके।
अआरटीओ रुड़की कृष्ण चंद्र पलड़िया ने कहा हैं कि पूर्व में इसी मार्ग से संबंधित सीएम पोर्टल पर शिकायत दर्ज हैं जिसमें मार्ग का सर्वे होना हैं बारिश के जलभराव के चलते सर्वे रुका हुआ हैं ।
ड्रम के सरे राह हाइड्रा से ड्रम लटकाकर इधर उधर ले जाना का मामला सामने आया हैं जल्द ही ड्रम यार्ड संचालक को ऐसा ना करने की नसीहत दी जाएंगी