रुड़की (आरसी / संदीप कुमार) कोतवाली क्षेत्र में हुए एक जानलेवा हमले की कहानी, जब योगेश कुमार अपनी कार में आराम से जा रहे थे। अचानक कुछ अज्ञात लोगों जिनकी अगुवाई पहले पकड़े गए दो आरोपी कर रहे थे और अब तीसरा आरोपी अंकित भी पकड़ में आ गया है, उन्होंने बीच सड़क पर फिल्मी स्टाइल में उनकी कार को रोका।

सूत्रों की मानें तो यह हमला किसी रोड रेज का नहीं, बल्कि पुरानी रंजिश की लड़ाई का नतीजा था।
बताया जाता है कि हमलावरों ने लोहे की रॉड और लाठियां इस तरह बरसाईं जैसे किसी हॉलीवुड फिल्म का एक्शन सीन चल रहा हो।

योगेश कुमार की कार को ऐसे तोड़ा गया, मानो कोई पुरानी रंजिश कार से नहीं, उसके मालिक से निकाली जा रही हो। हमलावरों ने गाड़ी की मरम्मत का नहीं, बल्कि योगेश के चेहरे पर ‘डर’ का निशान छोड़ने की पूरी कोशिश की।

पुलिस ने पहले दो को तो धर लिया, पर अंकित यह तीसरा खिलाड़ी, शातिर निकला। इसने सोचा कि मंगलौर नहरपुल से निकलकर पुरकाजी की तरफ भाग जाएगा और पुलिस को चकमा दे देगा।
लेकिन रुड़की पुलिस, खासकर व0उ0नि0 मनोज गैरोला और उनकी टीम राठी, अमित, भूपेन्द्र की नजरें चील से कम नहीं थीं। मुखबिर की सूचना पर पुलिस ने फ़रार हीरो की एंट्री वाली जगह को घेर लिया। अंकित का “फ़िल्मी भागने का सीन” मंगलौर नहरपटरी पर ही धड़ाम हो गया!
अब रंजिश का यह तीसरा खिलाड़ी भी जेल की हवा खायेगा। देखना ये होगा अभी और कितनी गिरफ्तारी होती हैं।
 

 
                                