बहादराबाद (आरसी /संदीप कुमार) गुरुवार को दौलतपुर की हवा में आज एक नई ऊर्जा थी। यह ऊर्जा थी जनता के अटूट विश्वास की, जिसने एक बार फिर क्षेत्र की राजनीति में दशकों से मज़बूत पकड़ रखने वाले शकील खेमे को अभूतपूर्व जीत दिलाई। सहकारी समिति लिमिटेड दौलतपुर के चेयरमैन पद के लिए गुलेराणा और उपाध्यक्ष पद के लिए शोभाराम का निर्विरोध चुना जाना, महज़ एक चुनावी परिणाम नहीं, बल्कि पीढ़ी-दर-पीढ़ी से चली आ रही भरोसे की एक कहानी है।
यह निर्विरोध विजय इस बात का प्रमाण है कि शकील खेमा केवल चुनाव ही नहीं लड़ता, बल्कि वह लगातार जनता के बीच रहकर उनका अटूट भरोसा जीतता है। जनता का यह प्यार ही इस खेमे की सबसे बड़ी पूंजी है, जो उसे लगातार विजयी बनाता रहा है।
इस शानदार सफलता के बाद, शकील खेमे के वर्तमान प्रतिनिधि आजम शकील ने भावुक होकर अपनी प्रतिक्रिया व्यक्त की। उन्होंने बताया कि राजनीति की यह विरासत उन्हें दादा के ज़माने से बड़े-बुजुर्गों के आशीर्वाद के रूप में मिली है।
आजम शकील ने विशेष रूप से अपनी मां के चेयरमैन बनने पर, अपने दादा पूर्व प्रधान शेर मुहम्मद और पिता पूर्व प्रधान शकील अहमद दोनों बढ़ेड़ी राजपूताना रह चुके हैं। को याद किया। उन्होंने कहा कि आज जो जनता का प्यार मिला है, वह सब उनके बड़ों की बदौलत ही है।
अपनी खुशी व्यक्त करते हुए, आजम शकील ने कहा कि क्षेत्र की जनता ने सदैव उन पर भरोसा जताया है। उन्होंने खेमे के लोगों को परिवार के समान बताते हुए, क्षेत्र की जनता को देवतुल्य बताया।
आज़म शकील फ़ोटो
“क्षेत्र की जनता ने सदैव हमें प्यार दिया है। ऐसा कोई ही चुनाव होगा जिसमें क्षेत्र की जनता हम पर भरोसा नहीं जताती… यह सब जनता का आशीर्वाद और प्यार है।”
उन्होंने क्षेत्र की जनता को आश्वस्त किया कि वह अपने बुजुर्गों की परम्परा को निभाते हुए, क्षेत्र की आवाज़ बनते रहेंगे। उन्होंने दृढ़ संकल्प से कहा, “विरासत में मिली यह राजनीति और क्षेत्र का प्यार, मेरी कोशिश रहेगी कि मैं अपनी जनता के वादों पर खरा उतरू।”
यह निर्विरोध जीत न केवल शकील खेमे की मज़बूत पकड़ को स्थापित करती है, बल्कि यह भी दर्शाती है कि जब राजनीति में समर्पण और जनसेवा होती है, तो जनता स्वयं उस पर अपनी मुहर लगा देती है।