उत्तराखंड (आर सी)। दुबई में बैंक खाते और सिम कार्ड सप्लाई करने वाले एक बड़े हवाला ऑपरेटर को एसटीएफ
ने गिरफ्तार किया। जिसके ऊपर पूरे देशभर 104 मुकदमे व 2327 विभिन्न साइबर अपराधों में देश भर में आपराधिक तार है। वर्तमान में साइबर अपराधी आम जनता की गाढ़ी कमाई हड़पने वाले अपराध के नये-नये तरीके अपनाकर धोखाधड़ी कर रहे है। जिस में ठगों द्वारा फर्जी साइट तैयार कर आम जनता से ई-मेल व दूरभाष व अन्य सोशल साईटों के माध्यम से सम्पर्क कर स्वयं को Flight Network कम्पनियों के सीनियर एजेन्ट बताते हुये टेलीग्राम ग्रुप में जोड़कर विभिन्न कम्पनियों के लिंक भेजकर टिकट बुक करने के टास्क कर घर बैठे कमीशन के रूप में लाभ कमाने का लालच देकर लाखों रुपये की धोखाधडी की जा रही है । एक प्रकरण में साइबर क्राईम पुलिस स्टेशन को प्राप्त हुआ जिसमें देहरादून निवासी शिकायतकर्ता के साथ अज्ञात नम्बर से टेलीग्राम पर पार्ट टाईम जॉब हेतु मैसेज प्राप्त होना जिसके पश्चात अन्य अज्ञात व्यक्ति द्वारा वादी को टेलीग्राम के माध्यम से मैसेज कर Flight_Network कम्पनी से सीनियर एजेन्ट बताते हुए Flight Network कम्पनी को बढ़ावा देने की बात कहते हुए प्रत्येक बुकिंग के लिए कमीशन प्राप्त करने की बात कहना व टिकट बुकिंग हेतु भिन्न-भिन्न लिंक प्रदान करना जिसके पश्चात एयरफेयर, डिपोजिट, प्रोसेसिंग अमाउण्ट व अन्य के नाम पर 26,00,000/-रुपये (छब्बीस लाख) की धोखाधड़ी करने की शिकायत प्राप्त हुई थी। बता दे की आरोपी की गिरफ्तारी गुजरात से की गई है। जिसके पास से डेबिट कार्ड, चैक बुक, सिम कार्ड, दुबई मेट्रो कार्ड, पासपोर्ट , मोबाइल फ़ोन व स्वैप मशीन भी बरामद हुई है।
अपराध का तरीका
आरोपी द्वारा द्वारा फर्जी वैब साईट तैयार कर स्वंय को Flight_Network के कर्मचारी / अधिकारी बताते हुये ऑनलाईन जॉब कर लाभ कमाने की बात कहते हुए टेलीग्राम ग्रुप में जोड़कर भिन्न भिन्न कम्पनियों के नाम के लिंक भेजकर फ्लाईट बुक करने आदि सम्बन्धी टास्क देकर लाभ कमाने के नाम पर धोखाधडी की गयी तथा धोखाधडी से प्राप्त धनराशि को विभिन्न बैक खातो में प्राप्त कर उक्त धनराशि का प्रयोग करते है ।
आरोपी द्वारा उक्त कार्य हेतु फर्जी सिम आईडी कार्ड का प्रयोग कर अपराध कारित किया जाता है । अभियुक्त द्वारा विभिन्न मोबाईल हैण्डसेट, सिम कार्ड व फर्जी बैंक खातों का प्रयोग किया जाता है। कुछ पीडितों से एक मोबाईल फोन, सिम कार्ड व बैंक खाते का प्रयोग कर धोखाधड़ी करने के बाद इनके द्वारा नये सिम, मोबाईल हैण्डसैट व बैंक खातों का प्रयोग किया जाता है।
इस पूरी प्रक्रिया के लिए आरोपी ने स्वयं दुबई एवं थाईलैंड जाकर वहाँ पर साइबर अपराध से संबंधित एक आपराधिक किट देता है जिसमें भारत के विभिन्न बैंक खाते जो कि करेंट बैंक अकाउंट (Current Bank Account) सेविंग अकाउंट (Saving Account) एसएमएस अलर्ट नंबर आदि दुबई में एवं थाईलैंड में दिए जाते हैं | अभियुक्त द्वारा बताया गया कि सूरत गुजरात में हम लोग का पूरा एक गिरोह है जो इस प्रकार से फर्जी कंपनियों के नाम पर उद्योग आधार लेते हैं इस उद्योग आधार के दस्तावेजों पर फर्जी बैंक खाते खुलवाते हैं एवं मोबाइल नंबर लिए जाते हैं|
गिरफ्तार अभियुक्त से संबंधित विभिन्न बैंक खातों की लेनदेन कि जानकारी एकत्रित की गई तो पाया गया की अनुमानित ₹10,10,00,000 (10 करोड़) अभियुक्त द्वारा विभिन्न पीड़ितों से पूरे भारत में ठगी के बाद धोखाधड़ी से लिए गए हैं|