नई टिहरी(आर सी/ संदीप कुमार) टिहरी गढ़वाल के खोला गांव के एक राजकीय इंटर कॉलेज में शुक्रवार को एक गंभीर घटना सामने आई है। आरोप है कि स्कूल के एक शिक्षक ने 15 वर्षीय नाबालिग छात्रा, जो अनुसूचित जाति के एक गरीब परिवार से है, की स्कूल यूनिफॉर्म में जूते न होने के कारण कथित तौर पर पिटाई की, जिससे उसका हाथ टूट गया। छात्रा के पिता ने पुलिस में लिखित शिकायत की है देकर बताया कि छात्रा मेरी बेटी हैं छात्रा के जूते ड्रेस वाले ना पहने होने के कारण छात्रा को पीटा गया और छात्रा को चोट का कारण ना बताने की बात कहकर घर भेज दिया । छात्रा की हालत देख छात्रा की मां और चाची के अनुसार, जब वे सुबह 11 बजे स्कूल पहुंचे और शिक्षक से इस घटना के बारे में पूछा, तो आरोपी शिक्षक ने जवाब में कहा, “आपको जो करना है कर लीजिए, जहां जाना है जा सकते हैं।” इसके साथ ही, शिक्षक ने कथित तौर पर जातिसूचक शब्दों का उपयोग करते हुए कहा, ” जो कर सकते हो कर लो।” इस दौरान हुए वाद-विवाद के बाद, शिक्षक ने छात्रा को स्कूल के किसी कर्मचारी और उसके ताऊ के साथ बिना किसी चिकित्सीय जांच के कच्चा प्लास्टर करवाने के लिए भेज दिया।
भीम आर्मी जय भीम संगठन के प्रदेश प्रभारी सोनू लाठी उत्तराखंड ने मामले का संज्ञान लिया अपने फेसबुक पेज से लाइव आकर पुलिस प्रशासन से त्वरित कार्यवाही की मांग की
परिजनों ने इस घटना को गंभीर बताते हुए शिक्षक के खिलाफ कानूनी कार्रवाई और आरोपी को जेल की मांग की है। साथ ही, उन्होंने प्रशासन से इस मामले में न्याय की गुहार लगाई है। इस घटना ने स्थानीय समुदाय में आक्रोश पैदा कर दिया है।
टिहरी गढ़वाल पुलिस प्रशासन ने संबंधित धाराओं में मुकदमा दर्ज कर जांच शुरू कर दी हैं