बहादराबाद (आर सी / संदीप कुमार) ज़मीनी विवाद में अपने विपक्षी को फंसाने के लिए एक पूर्व जिला पंचायत सदस्य ने अपनी ही हत्या की साज़िश रच डाली और पुलिस को 30 लाख रुपये की सुपारी दिए जाने की झूठी तहरीर दी। बहादराबाद पुलिस ने मामले की गहनता से जांच कर इस पूरे षड्यंत्र का पर्दाफ़ाश कर दिया है और साज़िश में शामिल पूर्व जिला पंचायत सदस्य समेत छह आरोपियों को हिरासत में लिया है।
रविवार को जाकिर पुत्र ताहिर निवासी ग्राम घोड़ेवाला, थाना बहादराबाद ने थाना बहादराबाद में एक तहरीर दी थी। जाकिर जो कि पूर्व जिला पंचायत सदस्य है। ने आरोप लगाया कि उसके विपक्षी जावेद , याकूब, मुनफेत और जुनेद जिनसे उसका ज़मीनी विवाद न्यायालय में विचाराधीन है ने उसकी हत्या करवाने के लिए 30 लाख रुपये की सुपारी दी है, जिसमें जलालपुर और रुड़की के कुछ युवक शामिल हैं।
पुलिस जांच में खुला चौंकाने वाला सच:
मामले की गंभीरता को देखते हुए वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक हरिद्वार के निर्देश पर थानाध्यक्ष बहादराबाद के नेतृत्व में पुलिस टीम ने तत्काल गहन जांच शुरू की। पुलिस ने आजम, उस्मान, सोहेल, खालिक और शाजिद से सख्त पूछताछ की, जिसके बाद चौंकाने वाला सच सामने आया।
जांच में पता चला कि पूर्व जिला पंचायत सदस्य जाकिर का जावेद से पिछले 3-4 वर्षों से ज़मीनी विवाद चल रहा है। इस विवाद में विपक्षी पक्ष पर दबाव बनाने और उन्हें झूठे मुकदमे में फंसाने के उद्देश्य से जाकिर ने अपनी ही हत्या की फर्जी कहानी रची थी।
ऐसे रची थी साज़िश:
जाकिर ने अपनी योजना के तहत आजम, उस्मान और सोहेल को 50,000 रुपये का लालच दिया था और अपनी लाइसेंसी पिस्टल से अपनी ही कार पर फायरिंग करने की योजना बनाई थी। इस फ़र्ज़ी हमले का नाटक करके वह विपक्षी पर झूठा हत्या की सुपारी देने का आरोप लगाना चाहता था।
आरोपियों की हुई गिरफ्तारी:
तेज़ तेजतर्रार थाना अध्यक्ष अंकुर शर्मा और उनकी टीम की सख़्त पूछताछ के सामने पूरा षड्यंत्र खुल गया और “दूध का दूध, पानी का पानी” हो गया। पूछताछ के दौरान सभी आरोपी आपस में झगड़ा करने लगे, जिसके बाद सभी को धारा 170 बी.एन.एस.एस. के तहत हिरासत में लिया गया।
पुलिस ने जाकिर की लाइसेंसी पिस्टल, जिसका रिन्यूवल समाप्त हो चुका था, उसके भतीजे खालिक से बरामद की है। लाइसेंस की शर्तों का उल्लंघन करने पर जाकिर व खालिक के विरुद्ध आर्म्स एक्ट के तहत अभियोग पंजीकृत किया गया है। पिस्टल के लाइसेंस निरस्तीकरण की रिपोर्ट भी संबंधित प्राधिकारी को भेजी जा रही है।
पुलिस ने स्पष्ट किया है कि किसी भी निर्दोष को फंसाने या झूठा मुकदमा दर्ज करवाने का प्रयास करने वालों के विरुद्ध सख्त कानूनी कार्रवाई की जाएगी ज़ाकिर खालिक उस्मान, सोहेल,आज़म आरोपियों को हिरासत में ले लिया है। आगे की कार्यवाही की जा रही हैं।